लखनऊ ब्यूरो :भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता हृदय नारायण दीक्षित गुरुवार को सर्वसम्मति से यूपी की 17वीं विधानसभा के अध्यक्ष चुने गये। मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ ने नए अध्यक्ष को बधाई देते हुए दीक्षित की प्रशंसा की। साथ ही यह विश्वास भी दिलाया कि उनकी सरकार विपक्ष के साथ कोई भेदभाव नहीं करेगी। इसके लिए हम सबको मिल कर काम करना होगा।
इस मौके पर योगी ने यह भी कहा कि चुनाव में हम एक-दूसरे के खिलाफ लड़ कर आये हैं, लेकिन सदन के अंदर हमें प्रदेश की 22 करोड़ जनता के हित में काम करना होगा, जिसके लिए उसने हमें यहां चुन कर भेजा है। विपक्ष के नेता रामगोविंद चौधरी ने निर्विरोध अध्यक्ष चुने जाने पर हृदय नारायण दीक्षित को बधाई दिया ।
अभी तक भाजपा के मुख्य प्रदेश प्रवक्ता रहे दीक्षित ने उन्नाव की भगवंतनगर सीट से चुनाव जीता है। उन्हें संसदीय मामलों का बेहतर जानकार माना जाता है। पांच बार विधायक और विधान परिषद सदस्य रह चुके दीक्षित पिछली सरकारों में मंत्री भी रह चुके हैं।
मंगलवार को पार्टी के निर्देश पर हृदयनारायण दीक्षित ने विधानसभा अध्यक्ष के लिए अपना नामांकन कर दिया। इस पद के लिए दूसरे किसी नेता ने नामांकन नहीं किया है। ऐसे में यह तय था कि दीक्षित ही विधानसभा अध्यक्ष होंगे। हृदयनारायण दीक्षित के पास सदन में कार्य करने का लंबा अनुभव है। दीक्षित संसदीय कार्य मंत्री रह चुके हैं।