उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में भारतीय समाज पार्टी को भारतीय जनता पार्टी ने गठबंधन में पूर्वांचल की आठ सीटें दी हैं। इसमें चार सुरक्षित और चार सामान्य सीटें हैं। भासपा इसमें से सुरक्षित सीटों को जीत के लिए ज्यादा सुरक्षित मान रही है। पार्टी के समीकरण व रणनीति की मानें तो वह जो प्रत्याशी उतारेगी वह अपने समुदाय के साथ भासपा बेस वोट राजभर बिरादरी के साथ बीजेपी के वोटर को प्लस करेगा। इस प्रकार उन सीटों पर जीत पक्की होगी। साथ ही अन्य 4 सीटों पर भी पार्टी के बेस वोट के साथ भाजपा वोट मिला कर जीत का मजबूत आधार खड़ा होगा।
भासपा के महासचिव शशि प्रताप सिंह का कहना है कि वाराणसी की अजगरा सुरक्षित सीट पर हमें 40-40 हजार पटेल व राजभर, 30 हजार राजपूत और भाजपा वोट का पूरा समर्थन मिलेगा। इससे बसपा के 60239 के विजयी बैरियर को तोड़ देंगे। गाजीपुर जखनियां क्षेत्र में 50000 राजभर पूरी तरह साथ आएंगे। भाजपा के परंपरागत वोट के साथ अन्य पिछड़ी जाति का हमें यहां समर्थन मिल रहा है। पार्टी यहां पिछले चुनाव में 25,960 मत पाकर चौथे नंबर पर थी। मेहनगर में भाजपा को 34524 वोट मिले थे। उसमें राजभर और अन्य पिछड़ी जाति के 25-25 हजार वोट प्लस होंगे।
उन्होंने कहा कि यही हाल रामकोला में बीजेपी के 33,000, राजभर व प्रत्याशी के समुदाय के वोट मिलेंगे। इसके अलावा जहुराबाद सामान्य सीट पर भासपा अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर के स्वयं लड़ने की उम्मीद हैं। वह 2012 में यहां 48,865 वोट पाकर तीसरे नंबर पर रहे, जो सपा की शादाब फातिमा से मात्र 18000 कम था। राजभर के यहां 75,000 और दो राजपूत बाहूल्य ब्लाकों का वोट अब पूरी तरह हमारे साथ है।
उन्होंने बताया कि बलिया बांसडीह में पार्टी को पिछले चुनाव में 28,387 वोट मिले थे। यहां पर भाजपा के केतकी सिंह के 29,208 वोट में स्वाती सिंह, मायावती फैक्टर और सीट की बैकवर्ड फारवर्ड की पुरानी लड़ाई के वोट प्लस होंगे। हम सपा के मंत्री राम गोविंद चौधरी को पटखनी दे देंगे। मऊ सदर सीट को मुख्तार अंसारी ने एक लाख राजभरों के गठबंधन के बलबूते मात्र 7000 मत से जीते थे। अब इसमें भाजपा वोट मिलेंगे तो जीत हमारी होगी।
शाहगंज सीट पर भी 2400 राजभर, भाजपा को 2012 में मिले 36,000 मतों से सपा के ललई यादव का पटाक्षेप करने में भूमिका निभाएंगे। शशि कहते हैं कि इस बार भासपा पूर्वांचल में एक नई ताकत बन कर स्थापित होगी।