बिहार विधानसभा चुनाव के लिए बनी सूची में जोड़े गये 14 लाख 35 हजार 46 नये वोटर पंचायत चुनाव में भी वोट देने के अधिकारी होंगे। ये सभी वोटर ग्रामीण क्षेत्र के हैं, लेकिन उस सूची में शामिल लगभग 25 हजार शहरी क्षेत्र के वोटरों का नाम पंचायत चुनाव की सूची में नहीं होगा। इस प्रकार अब पंचायत चुनाव में वोटरों की संख्या 14.35 लाख बढ़ जाएगी।
राज्य निर्वाचन आयोग ने यह आदेश शुक्रवार को सभी डीएम को भेज दिया। आयोग ने इन नये वोटरों का नाम पंचायत चुनाव के वोटर लिस्ट में जोड़ने की प्रक्रिया भी तय कर दी है। आयोग ने सभी डीएम को कहा है कि वह एक जनवरी 2021 की अर्हता के आधार पर तैयार विधानसभा निर्वाचन के वोटर लिस्ट की हार्ड कॉपी सभी बीडीओ को उपलब्ध करा दें। ध्यान रहे कि सूची वही हो जिसका प्रकाशन 15 फरवरी 2021 को हुआ था। साथ ही सूची की साफ्ट कॉपी राज्य के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी से लेने को कहा गया है। सूची में 16 लाख 85 हजार 46 वोटरों का नाम है। लेकिन इसमें लगभग 25 हजार शहरी क्षेत्र के वोटर हैं। शहरी क्षेत्र के वोटरों को हटा कर ही पुचायत चुनाव के वोटर लिस्ट में जोड़ना है।
आयोग ने कहा है कि पंचायत चुनाव के लिए भी एक जनवरी 21 को अर्हता के आधार पर मिले दावे के निष्पादन के बाद 19 फरवरी 2021 को प्रकाशित किया गया। लेकिन इसी बीच केन्द्रीय निर्वाचन आयोग ने बिहार विधानसभा चुनाव के लिए प्रकाशित वोटर लिस्ट को पुनरीक्षित कर दिया। उसका अंतिम प्रकाशन 15 फरवरी 21 को किया गया। लिहाजा इस सूची के वोटरों को पंचाया चुनाव में वोट देने का अधिकार मिल गया है।