ज्यादातर एजेंसी मालिकों ने इस मौके का खूब फायदा उठाया और कंपनी द्वारा निर्धारित छूट का पूरा फायदा उपभोक्ताओं को नहीं दिया। गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट ने प्रदूषण नियंत्रण को लेकर बीएस-3 मानक वाले वाहनों की बिक्री पर 1 अप्रैल से रोक लगाने का निर्देश दिया है।
इसे देखते हुए ही विभिन्न ऑटो कंपनियों ने ऐसे वाहनों का स्टॉक निकालने के लिए भारी छूट का एलान किया। यह जानकारी मिलते ही ग्राहकों ने अपने पसंदीदा वाहन के एजेंसियों की तरफ रुख करना शुुरू कर दिया। गुरुवार लगभग पूरे दिन वाहन खरीदने के लिए उपभोक्ताओं में होड़ मची रही।
तमाम उपभोक्ता गुरुवार शाम को छूट के बारे में अवगत हुए तो वे उसी समय एजेंसियों की तरफ निकल पड़े। जिले की एक एजेंसी पर जहां अपराह्न तीन बजे तक ही सभी प्रकार के ऐसे वाहन समाप्त हो गए, वहीं अन्य एजेंसी पर देर रात तक उपभोक्ताओं की भीड़ लगी रही। यही हाल अन्य एजेंसियों का भी रहा।
शुक्रवार को पूरे दिन इन एजेंसियों पर वाहन ले जाने तथा कागजात तैयार करवाने को लेकर आपाधापी का माहौल दिखा। कारण यह कि 31 मार्च तक ही ऐसे वाहनों का रजिस्ट्रेशन भी होना था। वाहन एजेंसियों पर इससे पहले ऐसा माहौल धनतेरस के दौरान ही देखने को मिला था।
हालांकि वाहनों की बिक्री धनतेरस के सापेक्ष काफी कम रही लेकिन इस भीड़ में लोगों की बेचैनी साफ-साफ दिखाई पड़ रही थी। अकबरपुर नगर की एक एजेंसी ने 95, दूसरी ने 56, तीसरी ने 127 व एक अन्य ने 115 वाहन की बिक्री की। अन्य एजेंसियों से भी लगभग 250 वाहनों की बिक्री हुई।
एआरटीओ अशोक कुमार ने बताया कि सुप्रीम कोर्ट के आदेशों के अनुरूप 31 मार्च तक ही बीएस-3 वाहनों का रजिस्ट्रेशन होना है। इसके लिए आवश्यक तैयारियां की गई हैं। लगभग 650 वाहनों का पंजीकरण होने की उम्मीद है। इन सभी वाहनों के रजिस्ट्रेशन का कार्य देर रात तक पूरा करा लिया जाएगा।