वाराणसी के ललिता घाट स्थित नेपाली मंदिर के ध्वस्त होने का खतरा बना हुआ है। मंदिर प्रबंध समिति ने इसकी पूरी रिपोर्ट तैयार करके नेपाल सरकार को भी भेज दी। प्रबंध समिति ने जल्द से जल्द नेपाल सरकार से मंदिर के संरक्षण की गुहार भी लगाई है, नहीं तो मंदिर कभी भी ध्वस्त हो सकता है।
रविवार को नेपाली मंदिर व धर्मशाला प्रबंध समिति ने दिल्ली स्थित नेपाली दूतावास को पूरी रिपोर्ट भेजी। मंदिर के पश्चिम में स्थित गली 20 मई को बारिश के दौरान धंस गई थी। इससे वहां गड्ढा हो गया था। यह रास्ता नेपाली मंदिर की पश्चिमी दीवार से लगा होने के कारण मंदिर की दीवार के धंसने का खतरा बना हुआ है।
इस समय नेपाली धर्मशाला में वृद्धाओं एवं विद्यार्थियों समेत 20 लोग रहते हैं। नेपाली मंदिर के महासचिव डॉ. गोपाल प्रसाद अधिकारी ने बताया कि यह मंदिर नेपाल सरकार के संस्कृति मंत्रालय के पुरातत्व विभाग के संरक्षण में है। पुरातत्व विभाग को वर्तमान स्थिति की पूरी रिपोर्ट व तस्वीरें भेज दी गई हैं।
उन्होंने दिल्ली स्थित नेपाली दूतवास के डीसीएम से फोन पर बातचीत हुई है। डीसीएम ने स्थानीय स्तर पर अधिकारियों से संपर्क करने की सलाह दी और कहा कि वह खुद भी अधिकारियों से बात करेंगे। महासचिव ने जिलाधिकारी कौशलराज शर्मा और विश्वनाथ मंदिर के मुख्य कार्यपालक अधिकारी सुनील वर्मा से बातचीत कर पूरी जानकारी दी। मुख्य कार्यपालक अधिकारी ने बताया कि जल्द ही गड्ढे को भरने के बाद वहां पर पाइलिंग का काम शुरू करा दिया जाएगा।