महिलाओं के साथ होने वाले अपराध को रोकने के लिए मिशन शक्ति अभियान चलाया जा रहा है। स्कूल-कालेज पहुंच कर पुलिस अधिकारी छात्राओं को बिना डरे मदद मांगने के लिए प्रेरित कर रहे हैं। इसके उल्ट लखनऊ पीजीआई पुलिस छेड़छाड़ जैसी घटना पर कार्रवाई करने के लिए आला अधिकारियों के निर्देश भरोसे बैठी है। ऐसा ही वाकया गुरुवार को सामने आया। स्कूल जा रही छात्रा को शोहदे ने पीट दिया। सरेराह हुई वारदात का वीडियो बना कर सोशल मीडिया में डाला गया। जिसे देखने के बाद भी इंस्पेक्टर पीजीआई वीडियो एक साल पुराना होने का दावा करते रहे। छात्रा के साथ हुई घटना की जानकारी मिलने पर अधिकारियों ने दोषी के खिलाफ कार्रवाई करने के निर्देश दिए। जिसके बाद आरोपी को गिरफ्तार किया गया।
सुबह इनकार, रात में गिरफ्तार
वायरल वीडियो में शोहदा छात्रा को बेरहमी से पिटता हुआ दिखाई पड़ रहा है। गुरुवार सुबह वीडियो सामने आने पर इंस्पेक्टर पीजीआई आशीष द्विवेदी ने घटना एक साल पुरानी होने का दावा किया। उन्होंने बताया कि आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है। यही जानकारी इंस्पेक्टर ने अपने अधिकारियों को भी दी थी। लेकिन रात होने तक इंस्पेक्टर का रुख बदल गया। कल्ली पश्चिम निवासी विकास रावत को गिरफ्तार करने के बाद इंस्पेक्टर ने बताया कि वीडियो का दूसरा हिस्सा वायरल हुआ था। जिस पर कार्रवाई करते हुए विकास को गिरफ्तार किया गया है।
कहां थी पुलिस
गर्ल्स कालेज के पास पुलिस मौजूद रहती है। यह दावा अधिकारी कई बार कर चुके हैं। फिर एक हफ्ते पहले बीच सड़क छात्रा की पिटाई की वारदात पुलिस की जानकारी में क्यों नहीं आई। इस बारे में पीजीआई पुलिस जवाब नहीं दे सकी। पूछने पर इंस्पेक्टर ने गुरुवार को मामो की जानकारी होने के बाद आरोपी विकास रावत को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है।