लखनऊ विश्वविद्यालय में छात्रों के लिए ऑनलाइन पढ़ाई के लिए बनाए व्हॉट्सएप ग्रुप में अश्लील सामाग्री और छात्राओं के साथ ही शिक्षकों के लिए अपशब्द कहने का मामला सामाने आया है। प्राचीन भारतीय इतिहास के अन्तिम वर्ष के छात्र-छात्राओं के लिए बनाए व्हॉट्सएप ग्रुप में शनिवार की शाम एक नम्बर से तीन से चार बार अश्लील सामाग्री भेजी गई। जिसके बाद छात्राओं ने इसकी शिकायत ट् वीटर के साथ ही लखनऊ विश्वविद्यालय कुलपति को मेल भी की। मामले की गंभीरता को देखते हुए विवि प्रॉक्टर डा. दिनेश कुमार की तरफ से थाना हसनगंज में तहरीर दे गई है। जिस पर मुकदमा पंजीकृत करवाई की जा रही है। थाना हसनगंज इस्पेक्टर यशकांत सिंह ने बताया कि पढ़ाई के लिए बनाए व्हॉट्सग्रुप में अश्लील सामाग्री भेजे जाने की तहरीर पर मुकदमा लिख लिया गया है। नम्बर का विवरण निकाला जा रहा है।
व्हॉट्सएप ग्रुप पर अश्लील मेसेज भेजना वाला कौन है। ग्रुप ऑनलाइन पढ़ाई के लिए बनाया गया है इसलिए यही माना जा रहा है कि जिसने अश्लील मैसेज भेजे हैं वह भी छात्र ही होगा हालांकि विवि चीफ प्राक्टर प्रो. दिनेश कुमार ने कहा कि ग्रुप शिक्षक ही बनाते हैं लेकिन कभी-कभी अन्य छात्रों को एडमिन बना दिया जाता है। अब जांच हो रही है तो जल्दी ही पता चल जाएगा कि जिस नम्बर से अश्लील सामाग्री ग्रुप पर भेजी गई उसे किसने ग्रुप में जोड़ा और वह कोई बाहरी व्यक्ति है कि या विवि का छात्र है। दरअसल ग्रुप में जोड़ने से पूर्व नम्बर की जांच अगर शिक्षक अपने स्तर पर कर लेते या छात्रों को भी ये हिदायत दी जाती कि अन्य छात्र का नम्बर ग्रुप में ऐड करने से पूर्व वैरिफिकेशन आवश्यक है तो शायद ये घटना न घटती।
इससे पूर्व भी भेजे गए अश्लील संदेश
एलयू के ऑनलाइन पढ़ाई के लिए बनाए व्हॉट्सएप ग्रुप पर अश्लील मैसेज भेजने का यह कोई पहला मामला नही हैं। इससे पूर्व भी कई बार शिकायत की गई है। वहीं हिन्दी के ग्रुप पर अश्लील सामाग्री भेजे पर विवि की ओर से पूर्व में भी एफआईआर दर्ज करायी चुकी है।