कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए इस्तेमाल होने वाला नकली सैनिटाइजर बाजार में बिक रहा है। आबकारी विभाग और सरोजनीनगर पुलिस ने शुक्रवार को ट्रांसपोर्ट नगर स्थित गोदाम से बड़ी मात्रा में नकली सैनिटाइजर बरामद करते हुए एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। गोदाम से सैनिटाइजर तैयार करने के लिए बिना लाइसेंस के हासिल किए गए एल्कोहेल के ड्रम भी बरामद हुए हैं।
आर्ट आफ सेंट के नाम से बनाया था ब्रांड
ट्रांसपोर्ट नगर स्थित इनोवेशन इण्डिया के गोदाम में शुक्रवार देर रात आबकारी इंस्पेक्टर इंगिता पाण्डेय और इंस्पेक्टर सरोजनीनगर ने टीम संग दबिश दी थी। मौके से निशातगंज मेट्रो सिटी निवासी हरनीत सिंह को पकड़ा गया। गोदाम में छानबीन करने पर दो ड्रम स्प्रिट के मिले।
हरनीत के मुताबिक महाराष्ट्र तलोजा स्थित कोटिंग एंड कोटिंग इण्डिया प्राइवेट लिमिटेड से वह स्प्रिट मंगाता था।जिसमें मिश्रण कर सैनिटाइजर तैयार किया जाता है। छानबीन में आरोपी के पास से एल्कोहेल मंगाने का लाइसेंस नहीं मिला। हरनीत ने सैनिटाइजर बनाने के लिए औषधि विभाग से भी लाइसेंस प्राप्त नहीं किया था।
संयुक्त टीम में सहायक आयुक्त औषधि मनोज कुमार भी शामिल थे। गोदाम में आर्ट ऑफ सेंट के नाम से छपे रैपर भी मिले हैं।हरनीत के मुताबिक 50 मिली से 500 मिली तक के पैक तैयार कर बाजार में बेचे जाते हैं।
जांच के लिए भेजे गए नमूने
औषधि विभाग की टीम ने गोदाम से मिले तैयार सैनिटाइजर को जांच के लिए भेजा है। शुरुआती पड़ताल में सैनिटाइजर के नकली होने की बात सामने आई है। अधिकारियों के मुताबिक सैनिटाइजर बनाने के लिए डब्लूएचओ की तरफ से दिशा निर्देश जारी किए गए है। जिनका पालन करना आवश्यक है।
साथ ही औषधि विभाग और आबकारी विभाग से लाइसेंस भी लेना होता है। जिसके बाद ही सैनिटाइजर का निर्माण कर बाजार में बेचा जा सकता है।
नकली सैनिटाइजर है घातक
1- कोरोना वायरस की चपेट में आ सकते हैं
2- त्वचा को नुकसान होता है
3- आंख या खुली चोट पर गिरने से दिक्कत बढ़ सकती है