लखनऊ. लखनऊ के बापू भवन के सामने स्थित यूपी हज समिति की दीवारें भगवा रंग में रंगी दिखीं। उत्तर प्रदेश में लखनऊ में प्रदेश की सरकार ने हज हाउस की दीवारों को भगवा रंग में पुतवाया गया है। अल्पसंख्यक कल्याण बोर्ड की तरफ से हज हाउस में भगवा पेंट कराया गया है। इससे पहले हज हाउस की दीवारों पर सफेद और हरा रंग था।
पहले शहर में इमारतों और बसों का भगवाकरण किया गया
इससे पहले शहर में इमारतों और बसों का भगवाकरण किया गया था। यहां की इमारतों और बसों को केसरिया रंग में रंगा गया, तबसे ही योगी सरकार में भगवाकरण का यह अभियान शुरू हुआ। योगी सरकार के आने के बात से सरकारी कामकाज में भगवा रंग का प्रयोग तेजी से किया गया।
यूपी के अन्य इलाकों में दिख रहा इसका सिलसिला
इमारतों का गेरुआ रंग से पेंट होने का सिलसिला सिर्फ राजधानी लखनऊ नहीं बल्कि यूपी के अन्य इलाकों में देखने को मिल रहा है। इससे पहले दिसंबर महीने में पीलीभीत के 100 से भी ज्यादा प्राथमिक विद्यालय भगवा रंग में रंग दिए गए थे। मुख्यमंत्री के दफ्तर ऐनेक्स को केसरिया रंग से रंगा गया था, तब से इमारतों के भगवाकरण का सिलसिला जारी है।
इस रंग को हर कोई पसंद करता है
हज हाउस को सैफरन कलर से रंगने का कारण सिर्फ इतना है कि देश की माटी इस रंग को हर कोई पसंद करता है।
इससे पहले ऐनेक्स को सफेद और लाइट यलो कलर से रंगा जा चुका है। लेकिन यो ऐसा पहली बार है कि सरकार द्वारा एक अलग तकह का कलर कोड चुना गया हो।
हिंदूइस्म का हिस्सा
केसरिया रंग को हिंदूइस्म को साथ जोड़ा जाता है। खास बात ये भी है कि इस रंग को संघ परिवार के साथ जोड़ा गया है, जिसका बीजेपी हिस्सा है। हालांकि इसे केसरिया रंग में रंगा गया है, लेकिन कुछ मुस्लमान ऐसे हैं, जिन्हें ये बात रास नहीं आ रही है।