रक्षा मंत्रालय की संस्था रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) लखनऊ के बाद वाराणसी में भी अस्थायी हास्पिटल का निर्माण करेगा। अस्पताल में कोरोना से सम्बंधित सभी प्रकार का इलाज मुहैया कराया जाएगा। प्रधानमंत्री की शनिवार को हुई बैठक के बाद कोरोना से लड़ाई के लिए जिला प्रशासन और रक्षा मंत्रालय के अधिकारियों के बीच हुई बातचीत के बाद इसका फैसला हुआ।बीएचयू परिसर स्थित स्टेडियम में एक हजार बेड का अस्थायी अस्पताल बनाया जाएगा। इसका निर्माण दो हफ्ते में कर लिया जाएगा।
सर्किट हाउस सभागार में एमएलसी एके शर्मा की अध्यक्षता में मण्डलायुक्त दीपक अग्रवाल, जिलाधिकारी कौशलराज शर्मा, नगर आयुक्त गौरांग राठी सहित डीआरडीओ, बीएचयू, सीपीडब्ल्यूडी, बिजली अधिकारियों के साथ सोमवार की बैठक में यह निर्णय लिया गया है। माना जा रहा है कि एक दिन पहले वीडियो कान्फ्रेंसिंग के जरिए बैठक में जिला प्रशासन की वर्तमान व्यवस्था पर प्रधानमंत्री असंतुष्ट हैं। इसके बाद से यहां की तैयारियों का विस्तार दिया जाने लगा है।
डीएम कौशल राज शर्मा ने बताया कि एक हजार बेड का अस्थाई अस्पताल बीएचयू के स्टेडियम में बनने जा रहा है, जो सभी मेडिकल सुविधाओं से युक्त होगा। जर्मन हैंगर से निर्मित यह अस्पताल अगले दो हफ्तों में डीआरडीओ की ओर से 24 घंटे कार्य करते हुए तैयार कर लिया जाएगा। अस्पताल के लिए बिजली, पानी आपूर्ति और सीवर के कनेक्शन के लिए फील्ड विज़िट सम्बंधित अधिकारियों ने करना शुरू कर दिया है।
डीआरडीओ के द्वारा फार्मेसी, आक्सीजन सप्लाई, मर्चरी आदि की भी व्यवस्था की जाएगी। डॉक्टर्स, मेडिकल स्टाफ व अन्य टेक्नीशियन की व्यवस्था में प्रशासन अभी से जुट गया है। बीएचयू के डाक्टर्स और मेडिकल स्टाफ का डाटा भी मांगा गया है। यहां एक ही स्थान पर अधिक से अधिक मरीजों का इलाज सुगमता से किया जा सकेगा।