लखनऊ, संजय गांधी पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस(एसजीपीजीआइ) ने रोबोटिक सर्जरी की दिशा में कदम बढ़ा दिया है। ऐसे में शल्य क्रिया की विश्व की आधुनिकतम तकनीक का इस्तेमाल करने वाला प्रदेश का प्रथम संस्थान बन गया है। वहीं सिर्फ सुपर स्पेशलियटी सर्जरी करने वाला देश का पहला इंस्टीट्यूट बना। एसजीपीजीआइ में गत दस वर्षों से रोबोटिक सर्जरी के लिए प्रयास किया जा रहा था। वहीं शनिवार को चिकित्सा शिक्षा मंत्री आशुतोष टंडन ने रोबोटिक सर्जरी व लीनियर एक्सीलरेटर मशीन का मरीजों को तोहफा दिया।
सीएमएस डॉ. अमित अग्रवाल ने कहा कि रोबोटिक सर्जरी का शुल्क डेढ़ लाख रुपये प्रति मरीज तय किया गया है। वहीं शुरुआत के 250 ऑपरेशन रोबोट द्वारा फ्री किए जाएंगे। इस दौरान मरीज को सिर्फ हॉस्पिटल का खर्च ही देना होगा। इसके तहत अभी तक आठ ऑपरेशन किए जा चुके हैं। उन्होंने कहा कि देश भर में 60 रोबोटिक सर्जरी सेंटर है। इनमें जनरल ऑपरेशन भी रोबोट द्वारा होते हैं। वहीं सुपरस्पेशलियटी ऑपरेशन करने वाला लखनऊ एसजीपीजीआइ पहला है। इसके अलावा लीनियर एक्सीलरेटर से कैंसर मरीजों की रेडियोथेरेपी की वेटिंग घटेगी।