वाराणसी-फैजाबाद रेल प्रखंड पर आज दिल दहला देने वाला हादसा हुआ।साबरमती एक्सप्रेस को आती देख बेटी को लेकर मां कूद पड़ी, जिससे वह घायल हो गई। वहीं तीन वर्षीय नातिन को गोद में लेकर रेलवे लाइन की बगल बैठी महिला नाले में गिर गई। जिससे दोनों की मौके पर ही मौत हो गई। सभी गोदान एक्सप्रेस से जौनपुर जंक्शन पर उतरकर इसी रास्ते से गौराबादशाहपुर जाने के लिए सिपाह तिराहे तक पैदल आ रहे थे। गौराबादशाहपुर थाना क्षेत्र के भुइली गांव निवासी जैरुन निशा सूरत से अपने बेटी सालेह (25) नातिन नरगिस (3) और नगमा (1) के साथ सूरत से इलाहाबाद तक किसी ट्रेन से आई।
जहां से गोदान से जौनपुर (भंडारी) जंक्शन पहुंची। एक बैग लेकर अन्य यात्रियों के साथ सिपाह से बस पकडऩे के लिए सभी रेलवे लाइन के किनारे-किनारे जाने लगे। रेलवे लाइन के बीच से ओर ब्रिज पार करने के लिए जैरुन निशा ने नरगिस और सालेहा ने बैग व नगमा को गोद लेकर चलना शुरु कर दिया। इसी दौरान वाराणसी की ओर से साबरमती एक्सप्रेस आती दिखाई पड़ी। जिसे देख वे आपा खो बैठे। आनन-फानन में सालेहा ने बेटी को लेकर पुल से छलांग लगा दिया। वहीं जैरून नतिनी को गोद में लेकर वहीं बैठ गई, लेकिन ट्रेन के धक्के से वह नाले में जाकर गिरी और नतिनी सड़क पर जा गिरी। जहां दोनों की मौत हो गई। सूचना पर पहुंची सिपाह पुलिस ने दोनों घायलों को जिला अस्पताल पहुंचाया। स्थानीय लोगों की मदद से शव को नाले से बाहर निकाला गया।
पाथ वे से जाते तो बच जाती जान
रेलवे ओवरब्रिज पर कर्मचारियों के चलने के लिए पाथ वे बनाया गया है। इस रास्ते से यात्रियों के जाने पर रोक है, लेकिन वे नहीं मानते। आरपीएफ के एसआई सुग्रीव सिंह ने बताया कि सभी रेलवे लाइन के बीच से गुजर रहे थे, जबकि पाथ वे खाली था। जांच के दौरान प्रत्यदर्शियों ने बताया कि सभी 50 कदम आगे और चले गए होते तो वे निकल जाते।