थाना एमएम गेट क्षेत्र में साइबर शातिर ने किराना व्यापारी को निशाना बना लिया। रिश्तेदार बनकर कॉल किया और मजबूरी बताकर खाते में दस हजार रुपये जमा करा लिए। बाद में रिश्तेदार का फोन नहीं उठा तो धोखाधड़ी का अहसास हुआ। पीड़ित ने साइबर क्राइम सेल के हेल्प लाइन नंबर व थाना पुलिस से शिकायत की है। पुलिस मामले की छानबीन कर रही है।
एमएम क्षेत्र में रहने वाले किराना व्यापारी अमर दुआ ने बताया कि 15 जून को वह अपनी दुकान पर बैठे थे। तभी मोबाइल पर कॉल आया। कॉल करने वाले युवक ने अपना नाम मनीष बताया। व्यापारी के इस नाम के रिश्तेदार दिल्ली में रहते हैं। नया नंबर और आवाज पर संदेह होने पर टोका तो कॉल करने वाले ने बताया कि नया नंबर लिया है। व्यापारी के मुताबिक मनीष ने बताया कि लाकडाउन की वजह से उसका वेतन नहीं मिल पाया है। उनसे दस हजार रुपयों की सख्त जरुरत है। उसने रकम खाते में डालने का अनुरोध किया साथ ही कुछ दिन में रुपया वापस करने की बात भी बोली। व्यापारी ने खाते में रुपये भेज दिए।
बातचीत के दौरान शातिर ने व्यापारी का आधार व पैन नंबर भी ले लिया। इसके बाद व्यापारी रकम वापसी का इंतजार करने लगे। दो दिन बीत गए, लेकिन रुपये वापस नहीं आए। उन्होने कॉल किया तो नंबर स्विय ऑफ था। उन्होने रिश्तेदार मनीष के नंबर पर कॉल किया तो सारा भेद खुल गया। रिश्तेदार ने फोन करने से इनकार कर दिया। इसी के बाद व्यापारी को धोखाधड़ी का अहसास हुआ। पीड़ित ने साइबर सेल के हेल्प लाइन नंबर पर शिकायत की व थाने पर तहरीर दी है।