ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ रांची टेस्ट में भारत के प्रारंभिक तीन बल्लेबाजों ने 50 से ज्यादा रन बनाए। यह साल 2010 के बाद पहला मौका है जब एक टेस्ट की एक पारी में प्रारंभिक तीन बल्लेबाजों ने पचास से ज्यादा रनों की पारी खेली है। रांची में टीम इंडिया के प्रारंभिक बल्लेबाजों केएल राहुल (67), मुरली विजय (82) और चेतेश्वर पुजारा (110) ने बेहतरीन पारी खेलकर भारतीय टीम को परेशानी से बाहर निकला। साल 2006 से 2010 के बीच 8 बार ऐसा हुआ था। लेकिन पिछले सात साल में यह पहला मौका है जब टीम इंडिया के प्रारंभिक तीन बल्लेबाजों ने ऐसा किया है।
रांची टेस्ट में चेतेश्वर पुजारा और मुरली विजय के बीच 102 रन की साझेदारी हुई। 2016-17 के घरेलू सीजन में यह दोनों खिलाड़ियों के बीच 6वीं शतकीय साझेदारी है। एक सीजन में सबसे ज्यादा शतकीय साझेदारी का रिकॉर्ड ऑस्ट्रेलिया के मैथ्यू हेडेन और रिकी पॉन्टिंग के नाम दर्ज है। दोनों के बीच साल 2005-06 में 7 शतकीय साझेदारी हुई थीं।
रांची दूसरे विकेट के लिए शतकीय साझेदारी के दौरान पुजारा और मुरली विजय एक सीजन में किसी जोड़ी द्वारा सबसे ज्यादा रनों की साझेदारी के रिकॉर्ड को तोड़ने से महज 7 रन से चूक गए। यह रिकॉर्ड राहुल द्रविड़ और गौतम गंभीर के नाम दर्ज है। गंभीर और द्रविड़ ने साल 2008-09 सीजन में 14 मैचों में 73.93 की औसत से 961 रन जोड़े थे। औसत के मामले में पुजारा विजय की जोड़ी सबसे आगे है। 10 मैचों में दोनों ने 6 शतकीय साझेदारी निभाते हुए 95.40 की औसत से 954 रन बनाए हैं।
रांची टेस्ट में मुरली विजय ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 10वां अर्धशतक जड़ा। इसके अलावा वह अन्य किसी टीम के खिलाफ अधिकतम 5 अर्धशतकीय पारियां खेली हैं।