रेलवे की माने तो पिछले ढाई साल में पूर्वांचल में रेलवे ने 45 हजार करोड़ रुपये से अधिक की परियोजनाएं स्वीकृत की है। ताड़ीघाट-मऊ रेल मार्ग पर गंगा पुल का निर्माण तीन सालों में पूरा हो जाएगा। उसके पूर्व मौके पर श्री सिन्हा ने 125 करोड़ रुपये की लागत से औड़िहार-सारनाथ रेल मार्ग के हुए दोहरीकरण कार्य का लोकार्पण किया। साथ ही बलिया-छपरा-पटना के रास्ते गाजीपुर सिटी से कोलकाता को जाने वाली साप्ताहिक ट्रेन शब्दभेदी को हरी झंडी दिखाई। इस ट्रेन का नियमित परिचालन 25 दिसंबर से होगा।
उन्होंने इस ट्रेन का नाम शब्दभेदी एक्सप्रेस रखने की वजह भी बताए। बताया कि रेलवे सलाहकार प्रभुनाथ चौहान ने बताया था कि राजा पृथ्वी राज चौहान ने शब्दभेदी वाण दागा था। लिहाजा इस ट्रेन का नाम शब्दभेदी होना चाहिए। उनके सुझाव को माना गया। उन्होंने यह भी बताया कि शीघ्र ही गाजीपुर सिटी से मुंबई के लिए भी ट्रेन शुरू होगी।
समारोह का प्रारंभ दीप प्रज्ज्वलन से हुआ। समारोह में एमएलसी विशाल सिंह चंचल, भाजपा जिलाध्यक्ष भानुप्रताप सिंह, सुनील सिंह, रामतेज पांडेय, सच्चिदानंद सिंह, बाबूलाल बलवंत, कुंवर रमेश सिंह पप्पू, डॉ.मुकेश सिंह आदि भी मौजूद थे। करीब 20 मिनट के इस संक्षिप्त समारोह के बाद श्री सिन्हा सैलून से सादात के लिए रवाना हो गए जहां उन्होंने नवीनीकृत यात्री सुविधाओं का लोकार्पण किया।