नोटबंदी के 41वें दिन भी रकम नहीं मिलने पर जमकर बवाल हुआ। नगर के एसबीआई से रुपये नहीं मिलने पर गुस्साएं लोगों ने सुबह नौ बजे ही बैंक के सामने सड़क जाम कर दी। महिलाएं बैंक के दरवाजे पर बैठ गई। करीब तीन घंटे तक लोगों ने सड़क जामकर कर बवाल किया। इस दौरान सड़क जाम किए लोगों और राहगीरों पर कई बार धक्का मुक्की हुई। लोगों का गुस्सा देख बैंक खोलने पहुंचे कर्मचारी खिसक लिए। पुलिस के समझाने के बाद 12 बजे बैंक का ताला खुला।
शनिवार को स्टेट बैंक की शाखा से रुपया नहीं मिलने पर सोमवार की सुबह भारी संख्या में लोग बैंक पर पहुंचे। उन्होंने नौ बजे बैंक के सामने सड़क जाम कर दिया। सड़क से गुजरने वाले दो पहिया और चार पहिया वाहन वालों से लोग उलझ जा रहे थे। महिलाएं बैंक के मुख्य द्वार पर बैठ गई। गार्ड ने दस बजे बैंक खुलवाने का प्रयास किया तो लोग उग्र हो गए।लोगों का गुस्सा देख बैंक कर्मचारी खिसक लिए। सपा नेता रामअशीष निषाद के नेतृत्व लोग बैंक कर्मचारियों के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। उन्होंने बैंक कर्मियों पर कुछ खास लोगों को रुपया देने का आरोप लगाया। कहा कि आम जनता लाइन में खड़ी रह जा रही है और बैंक से रुपया समाप्त हो जा रहा है।
सेंट्रल और यूबीआई पर भी ग्राहकों ने दोपहर बाद हंगामा किया। बैंकों पर हंगामा देख पुलिस मौजूद रही। शाखा प्रबंधक के आश्वासन पर लोग शांत हुए। जिसके बाद बैंक का ताला खुला। ग्राहकों ने मंगलवार को बैंक से रुपया नहीं मिलने पर उग्र आंदोलन करने को कहा।
कैश खत्म होने पर लोगों ने लगाया जाम
एसबीआई बैंक में पुरैना में कैश खत्म होने से नाराज लोगों ने हंगामा किया। इसके बाद सड़क जाम कर दिया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने समझा बुझाकर जाम खत्म कराया। इसकी वजह से करीब आधे घंटे तक आवागमन ठप रहा।
नोटबंदी के बाद लोगों की बढ़ी परेशानी कम होने का नाम नहीं ले रही है। सोमवार को नगर के सभी बैंकों में कैश रहा। भीड़ होने के कारण लोगों को दिक्कते हुई। लेकिन खाली हाथ लोगों को नहीं लौटना पड़ा। वहीं शाम करीब 5 बजे एसबीआई पुरैना में कैश खत्म हो गया और कतार में सैकड़ों लोग लगे थे।
इसकी जानकारी होने पर लोग आक्रोशित हो गए और हंगामा खड़ा कर दिए। उग्र लोगों का तेवर देख बैंककर्मियों ने अंदर से फाटक बंद कर लिया। इसके बाद लोगों ने सड़क पर जाम लगा दिया। इसकी जानकारी किसी ने कोतवाली पुलिस को दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने बैंक मैनेजर से बात किया। बाद में पुलिस ने लोगों को समझाकर जाम खत्म कराया और अगले दिन रुपये मिलने की बात कही। जब जाकर लोग शांत हुए।
पूर्वांचल ग्रामीण बैंक के शाखा प्रबंधक को बनाया बंधक
मदनपुर कस्बा स्थित पूर्वांचल ग्रामीण बैंक की शाखा पर लाइन में खड़े खाताधारकों ने बैंक में रुपये न होने की सूचना पर शाखा प्रबंधक सहित अन्य कर्मियाें को बंधक बना बैंक नहीं खोलने दिया। पुलिस ने हस्तक्षेप कर करीब डेढ़ घंटे विलंब से किसी तरह बैंक खुलवाया।
सोमवार को सुबह से ही पैसे के लिए खाताधारक लाइन में लगे थे।
बैंक खुलने से पहले ही बैंक में पैसा न होने की जानकारी होने पर खाताधारक उग्र हो गए। इसी बीच शाखा प्रबंधक लच्छीराम अपने कर्मचारियों के साथ आ गए। लोगों का कहना है कि उग्र खाताधारकों ने मैनेजर व अन्य को नीचे ही सीढ़ियों पर घेर लिया और बैंक नहीं खोलने दिया। करीब डेढ़ घंटे तक चले खींचातानी में बैंक कर्मी अपने को असहाय महसूस कर रहे थे। सूचना मिलने पर पहुंची पुलिस ने किसी तरह बैंक खुलवाया। इस संबंध में प्रभारी निरीक्षक अंजू भदौरिया ने बताया कि शाखा प्रबंधक को बंधक नहीं बल्कि उन्हें बैंक में जाने नहीं दे रहे थे।