प्रदेश में हुए ब्लॉक प्रमुख की 825 सीटों के चुनाव में पचास फीसदी से अधिक पदों पर महिलाओं ने विजय हासिल की है। अपनी 33 फीसदी आरक्षित सीटों के अलावा अनारक्षित सीटों पर भी महिलाओं ने जीत का दम दिखाया। अमेठी जिले के छह ब्लाक में से पांच में तो महिलाएं ही प्रमुख बनीं हैं। कन्नौज जिले के भी छह में से पांच ब्लाक में महिलाओं ने कब्जा जमाया है। कुशीनगर के आठ में से सात ब्लाक में महिलाएं ही प्रमुख बनी हैं।
राज्य निर्वाचन आयोग से मिले आंकड़ों के अनुसार कुल 381 सीटों पर निर्विरोध चुने गये उम्मीदवारों में 207 महिलाएं विजयी रहीं और 444 सीटों पर हुए मतदान में 232 महिलाओं ने बाजी मारी। इस तरह से कुल 825 ब्लाक प्रमुख पदों में से 439 पदों पर महिलाओं का कब्जा हुआ। जहां तक अनारक्षित सीटों पर महिलाओं की जीत का सवाल है तो 45 सीटों पर महिलाएं निर्विरोध ब्लाक प्रमुख चुनी गयीं और 50 सीटों पर चुनाव लड़कर उन्होंने ब्लाक प्रमुख का पद हासिल किया।
आरक्षित सीटों मेंसे अन्य पिछड़ा वर्ग के लिए आरक्षित सीटों में से कुल 18 सीटों पर महिलाएं निर्विरोध चुनी गयीं। अन्य पिछड़ा वर्ग महिला के लिए आरक्षित सीटों में से 37 सीटों पर महिलाएं निर्विरोध विजेता बनीं। जबकि अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित सीटों में नौ, और अनुसूचित जाति महिला के लिए आरक्षित सीटों में से 46 सीटों पर महिलाएं निर्विरोध चुनी गयीं।
किसी भी जाति या वर्ग की महिला के लिए आरक्षित सीटों में से 51 सीटों पर महिलाएं निर्विरोध ब्लाक प्रमुख बनीं और अनुसूचित जनजाति महिला के लिए आरक्षित सीटों में एक सीट पर इस वर्ग की महिला ने विजय हासिल की।
444 सीटों पर हुए चुनाव में अन्य पिछड़ा वर्ग के लिए आरक्षित सीटों में से 16, अन्य पिछड़ा वर्ग महिला के लिए आरक्षित सीटों में से 55, अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित सीटों में से 16 और अनुसूचित जाति महिला के लिए आरक्षित सीटों में से 35 सीटों पर महिलाएं ब्लाक प्रमुख बनीं। किसी भी जाति या वग्र की महिला के लिए आरक्षित सीटों में से 57 सीटों पर महिलाएं जीतीं और अनुसूचित जनजाति की महिला के लिए आरक्षित सीटों में से तीन सीटों पर महिलाएं ब्लाक प्रमुख बनीं।