उत्तर प्रदेश में कोरोना की दूसरी लहर अब पूरी तरह से समापन के करीब पहुंच चुकी है। ट्रिपल टी, टीकाकरण और सुनियोजित नीति के कारण अब 11 जिलों में कोरोना के एक भी एक्टिव केस की पुष्टि नहीं हुई जो राहत भरी खबर है। प्रदेश में सक्रिय केसों की संख्या लगातार कम हो रही है। प्रदेश में अब महज 857 सक्रिय केस ही दर्ज किए गए हैं। ऐसी स्थिति कोरोना के शुरुआती दिनों (18 अप्रैल 2020) में स्थिती थी। टेस्ट और टीकाकरण की प्रक्रिया तेजी से चल रही है जिसके चलते प्रदेश रोज नए कीर्तिमान गढ़ रहा है।
रोजाना ढाई से तीन लाख टेस्ट करने वाला यूपी में अब तक 6,42,77,972 कोविड सैम्पल की जांच की जा चुकी है। पिछले 24 घंटों में यूपी में 2,27,740 कोरोना सैम्पल की जांच की गई, जिसमें से महज 33 लोगों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई। इस दौरान प्रदेश का पॉजिटिविटी दर 0.01 फीसद रहा। प्रदेश में कोरोना की रिकवरी दर 98.6 फीसदी है जो दूसरे प्रदेशों से काफी बेहतर है। अब तक 16 लाख 85 हजार से अधिक प्रदेशवासियों ने कोरोना संक्रमण को मात दी है।
53 जिलों में नहीं मिला कोरोना का एक भी केस
बीते एक दिन में प्रदेश के किसी भी जिले में दोहरे अंक में नए केस की पुष्टि नहीं हुई है। यूपी के 53 जिलों में संक्रमण के एक भी नए केस की पुष्टि नहीं हुई, जबकि 22 जिलों में इकाई अंक में संक्रमित मरीज पाए गए। अलीगढ़, बदायूं, बस्ती, बहराइच एटा, फतेहपुर, हमीरपुर, हाथरस, कसगंज, महोबा और श्रावस्ती जिले में अब कोविड का एक भी मरीज शेष नहीं है। ये जिले आज कोविड संक्रमण से मुक्त हैं।
तीसरी लहर की तैयारियां तेज
कोरोना की संभावित तीसरी लहर को लेकर योगी सरकार सजग है। जिसके चलते बच्चों की स्वास्थ्य सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए पीकू-नीकू की स्थापना की कार्यवाही तेज हो गई है। अब तक केवल मेडिकल कॉलेजों में पीडियाट्रिक आईसीयू व आइसोलेशन बेड की संख्या 6522 से अधिक हो गई है वहीं, स्वास्थ्य विभाग के अस्पतालों में लगभग 3000 पीडियाट्रिक आईसीयू व आइसोलेशन तैयार किए जा चुके हैं।
टीकाकरण पर है विशेष जोर
प्रदेश में कोविड टीकाकरण का कार्य सुचारु रूप से चल रहा है। अब तक प्रदेश में 4,44,72,776 कोविड वैक्सीन की डोज दी जा चुकी है। इसमें, केवल जुलाई माह में एक करोड़ 32 लाख से अधिक वैक्सीन डोज दी गई हैं। प्रदेश के 3,71,99,189 लोगों को टीकाकरण की एक डोज दी जा चुकी है जबकि 72,13,587 को दोनो डोजें दी जा चुकी है। यह किसी एक राज्य द्वारा किया गया सर्वाधिक वैक्सीनेशन है।