घर में घुसकर युवती के साथ मारपीट करने व 5 लाख रुपए छीनने के मामले में पुलिस की गई कार्रवाई को खानापूरी बता युवती ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। सुसाइड नोट में उसने पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाया गया है।
तीन दिन पहले महोबा के समद नगर निवासी प्रीति शुक्ला ने पड़ोसियों पर मारपीट करने और घर में घुसकर लूटपाट का आरोप लगाया था। पुलिस ने केस तो दर्ज किया, लेकिन लूटपाट की धारा नहीं लगाई। इस कारण दो भाइयों की गिरफ्तारी के बाद थाने से जमानत भी हो गई।
पुलिस की कार्रवाई से पीड़िता संतुष्ट नहीं थी, सुसाइड नोट में उसने लिखा कि उसके रुपए छीनने का मामला पुलिस ने दर्ज नहीं किया और आरोपितों को पकड़ने के बाद बी छोड़ दिया। युवती के फांसी लगाने की खबर मिलते ही पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया। आक्रोशित परिजनों और ग्रामीणों ने सड़क जाम कर विरोध जताया। युवती की मौत के बाद माहौल तनावपूर्ण बना हुआ है।
अधिवक्ता मुकेश पाठक की आत्महत्या का मामला अभी सुलझा नहीं, पुलिस के खिलाफ दूसरा मामला आने से महकमे में हड़कंप है। अधिवक्ता ने भी विरोधियों और पुलिस पर इसी तरह का आरोप लगा आत्महत्या की थी।