केंद्र सरकार ने बुधवार (01 मार्च) को बिना सब्सिडी वाले एलपीजी गैस सिलेंडर के दाम 86 रुपए प्रति सिलेंडर बढ़ा दिए हैं। सरकार ने इसके पीछे अंतर्राष्ट्रीय बाजार में एलपीजी के दाम बढ़ने को वजह बताया है। सार्वजनिक क्षेत्र की पेट्रोलियम कंपनियों के अनुसार, गैर-सब्सिडी वाला रसोई गैस सिलेंडर अब 737.50 रुपए में मिलेगा। बिना-सब्सिडी वाले सिलेंडर के दाम में यह एकमुश्त अब तक की सबसे बड़ी वृद्धि है। इससे पहले एक फरवरी को इसके दाम में 66.5 रुपए प्रति सिलेंडर की वृद्धि की गई थी। बिना-सब्सिडी वाले 14.2 किलो के सिलेंडर का दाम मंगलवार (28 फरवरी) तक 651.50 रुपए था। अंतरराष्ट्रीय बाजार में पेट्रोलियम पदार्थों के दाम अक्तूबर 2016 से लगातार बढ़ रहे हैं। बिना सब्सिडी वाले गैस सिलेंडर की कीमत बढ़ने से उन ग्राहकों पर असर पड़ेगा जिन्होंने अपनी एलपीजी सब्सिडी छोड़ दी है या जिनका एक साल में 14.2 किलो वाले 12 घरेलू एलपीजी सिलेंडर का कोटा पूरा हो चुका है।
यह खबर आते ही सोशल मीडिया पर प्रतिक्रियाओं का दौर शुरू हो गया। ज्यादातर यूजर्स ने इसे सरकार की रणनीति का हिस्सा करार दिया है। कुछ लोगों ने लिखा है कि ‘दिल्ली में छात्र राजनीति में राष्ट्रवाद को लेकर उठे हंगामे के बीच सरकार ने गुप-चुप दाम बढ़ा दिए, ताकि कोई विरोध न हो पाए।’ ट्विटर पर कुछ लोग केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी का एक पुराना फोटो शेयर कर रहे हैं, जिसमें वह एलपीजी सिलेंडर समेत सड़क पर बैठकर प्रदर्शन करती नजर आ रही हैं। यह यूपीए कार्यकाल में रसोई गैस के दाम बढ़ने पर स्मृति द्वारा किए गए विरोध की तस्वीर है। लोगों ने ईरानी के जरिए केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पर तंज कसे हैं।
sa.