भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआइ) 500 और 1000 रुपये के बंद हो चुके नोटों को जमा करने का एक और मौका दे सकता है। आरबीआइ के इस कदम से ऐसे लोग जो किसी कारण के चलते अपनी गाढ़ी कमाई बैंकों में नहीं जमा कर सके, उन्हें राहत मिलेगी। हालांकि यह अवसर कड़ी शर्तों व रकम की सीमा तय करने के साथ ही मिल सकता है। मालूम हो कि चलन से बंद हो चुके नोटों को बैंकों में जमा करने की मियाद 30 दिसंबर व आरबीआइ कार्यालय में जमा करने की समय सीमा 31 मार्च निर्धारित की गई थी। बाद में सिर्फ 31 दिसंबर, 2016 तक ही पुराने नोट जमा करने के फरमान जारी कर दिए गए। ऐसे में तमाम लोग अपनी पैसे बैंकों में जमा करने से वंचित रहे गए।
रोज हजारों शिकायतें
आरबीआइ अधिकारी के मुताबिक देश भर से इस संबंध में हजारों शिकायतें रोजाना मिल रही हैं। शिकायत करने वालों में महिलाओं की संख्या भी काफी है। ऐसे में सरकार द्वारा इस ओर बहुत जल्द कदम उठाने पर विचार किए जाने की संभावना है। आरबीआइ प्रवक्ता अल्पना किल्लावाला ने कहा कि यह बात सच है कि 500 और 1000 के बंद हो चुके नोटों को जमा करने के लिए और अवसर मांगा जा रहा है। तमाम लोगों के पास छोटी रकम की नकदी शेष रह गई है। ब्लैक मनी को बाहर लाना, कालेधन के जमाखोरों पर कार्रवाई जैसे सरकार के मकसद पूरे हो चुके हैं। ऐसे में एक मौका दिए जाने पर विचार किया जा सकता है।