मल्टीग्रेन आटा से कैंसर मरीजो को मिली राहत November 9, 2020 नई दिल्ली : चना, जई, सोयाबीन, अलसी के बीज को गेहूं के साथ मिलाकर तैयार किए गए आटे (मल्टी ग्रेन आटा) से कैंसर के मरीजों का वजन बढ़ा गया। एम्स में कैंसर के मरीजों पर यह स्टडी की गई जिसमें यह बात सामने आई।डॉक्टरों का कहना है कि कैंसर के मरीजों में तेजी से वजन कम होता है। उन्हें काफी दर्द होता है, लेकिन बेहतर नूट्रिशन से इसे कंट्रोल करना संभव है। पुराने जमाने में प्रचलित कई अनाज को मिलाकर तैयार किए गए आटा का इस्तेमाल किया गया, जो काफी कारगर रहा।एम्स में पैलेटिव केयर के डॉक्टर राकेश गर्ग ने बताया कि कैंसर के मरीजों पर यह स्टडी की गई। इसमें शामिल 60 कैंसर के मरीजों को शामिल किया गया था। इन्हें दो ग्रुप में बांटा गया। दोनों को न्यूट्रिशिनल और फिजिकल एक्टिविटी की काउंसलिंग की गई। दोनों ग्रुप में किसी को यह नहीं बताया गया कि मल्टी ग्रेन आटा दिया जा रहा है। एक ग्रुप को घर का खाना जैसा वे रोज खाते थे उन्हें दिया गया। दूसरे ग्रुप को एम्स में तैयार किया गया मल्टी ग्रेन आटा दिया गया। उन्हें रोजाना 100 ग्राम आटे से बनी चीजें खाने के लिए दी गईं।डॉक्टर राकेश ने कहा कि हर 15 दिनों पर उन्हें फॉलोअप के लिए बुलाया जाता था, जैसा हर मरीज को बुलाया जाता है। इस स्टडी में शामिल लोगों का न्यूट्रिशन वैल्यू का पता लगाने के लिए एक महीने, तीन महीने और छह महीने पर बुलाया गया और चेकअप किया गया। डॉक्टर ने बताया कि जैसे-जैसे कैंसर बढ़ता है वैसे-वैसे मरीजों वजन कम होने लगता है। मगर, ऐसा पहली बार देखा गया कि जिन मरीजों को मल्टी ग्रेन आटा दिया गया था उनका वजन बढ़ गया। उनकी क्वॉलिटी ऑफ लाइफ पहले से बेहतर हो गई।डॉक्टर ने कहा कि दूसरे ग्रुप जो घर का खाना खा रहे थे उनका वजन तो कम हुआ ही उनकी क्वॉलिटी ऑफ लाइफ में भी सुधार नहीं दिखा। उन्होंने कहा कि कैंसर जब बढ़ता है तो बहुत दर्द देता है। मरीज की सिर्फ एक ही इच्छा होती है कि कैसे भी उनका दर्द कम हो जाए। जब दर्द कम होता है और दवा के साथ खाने की इच्छा जगती है। ऐसा खानपान मिलना जिससे उन्हें फायदा हो यह बड़ी चुनौती होती है। ऐसे में इस तरह का न्यूट्रिशन फूड उनकी क्वॉलिटी ऑफ लाइफ को बेहतर बनाने में मददगार साबित हुआ।डॉक्टर राकेश गर्ग ने कहा कि जो मल्टी ग्रेन आटा आजकल इस्तेमाल हो रहा है उसकी सचाई यह है कि प्राचीन जमाने से इस तरह का आटा इस्तेमाल किया जाता था। अब फिर से लोग इसे अपना रहे हैं। डॉक्टर ने कहा कि हर अनाज की अपनी-अपनी क्वॉलिटी होती है, अगर इन्हें एकसाथ मिलाकर इस्तेमाल किया जाए तो बॉडी की जरूरत पूरी हो जाती है। 2020-11-09 admin