ममता बनर्जी ने कोलकाता में प्रदर्शनरत जूनियर डॉक्टरों को बातचीत के लिए पहुंच चुके हैं। वहीं ममता बनर्जी आंदोलनरत चिकित्सकों के साथ बातचीत की लाइव कवरेज के लिए राजी हो गई हैं। डॉक्टरों को आमंत्रण स्वास्थ्य विभाग की ओर से भेजा गया था। इसमें कहा गया कि बैठक के दौरान होने वाली चर्चा और संकल्प का रिकॉर्डेड संस्करण बाद में उन्हें सौंप दिया जाएगा। चिकित्सा शिक्षा विभाग के निदेशक प्रदीप मित्रा ने कहा, ”नहीं, मीडिया को अंदर आने की इजाजत नहीं होगी। उनके पत्र में ऐसा कोई जिक्र नहीं किया गया है। प्रदर्शनरत डॉक्टरों को आज सुबह आमंत्रण भेजा गया है। हालांकि डॉक्टरों ने कहा कि बैठक के संबंध में उन्हें ऐसा कोई आमंत्रण नहीं मिला है। डॉक्टरों के संयुक्त मोर्चे के प्रवक्ता ने पत्रकारों से कहा, ”सचिवालय पर दिन में बैठक के संबंध में हमलोगों को ऐसा कोई आमंत्रण नहीं मिला है। यह भ्रम पैदा करने की चाल है और हमने स्पष्ट तौर पर कहा है कि बैठक मीडिया की मौजूदगी में ही होगी। उन्होंने कहा कि आम जनता को यह जानने का हक है कि बैठक में क्या चर्चा हुई क्योंकि वही सबसे अधिक नुकसान उठा रही है आंदोलनकारी डॉक्टरों ने मीडिया के सामने अपने नये बयान में कहा,। हम एक बार फिर यह स्पष्ट कर देना चाहते हैं कि हम वर्तमान गतिरोध को समाप्त करने के लिए ममता बनर्जी के साथ उनके द्वारा तय की गई किसी भी जगह पर बैठक के लिए तैयार हैं लेकिन शर्त यह है कि यह बैठक कैमरे की निगरानी में और मीडिया की उपस्थिति में होनी चाहिए ना कि बंद दरवाजे के अंदर। इसका लाइव प्रसारण भी होना चाहिए।” एनआरएस अस्पताल में दो डॉक्टरों के साथ मारपीट के बाद मंगलवार से अनिश्चितकालीन हड़ताल की वजह से आम लोगों को परेशानी हो रही है और लोगों को यह पता होना चाहिए कि सरकारी अस्पतालों में हड़ताल क्यों जारी है?