मध्यप्रदेश के देवास में युवक को रस्सी से बांध रास्ते पर घसीटा, फिर बेरहमी से पीटा

देवास। रुपए के लेन-देन को लेकर बुधवार शाम उज्जैन रोड स्थित इटावा में एक युवक के साथ कुछ लोगों ने जमकर मारपीट की। स्थिति यह थी कि गुंडागर्दी करते हुए आरोपितों ने युवक को रस्सी से बांधकर पहले रोड पर घसीटा और बाद में पेड़ से बांधकर जमकर पीटा। सूचना पर मौके पर पहुंचे पुलिसकर्मियों के साथ भी धक्कामुक्की की। इसके बाद पुलिस जैसे-तैसे युवक को छुड़ाकर जिला अस्पताल ले गई। पूरा घटनाक्रम इटावा पुलिसचौकी से महज कुछ कदम दूर हुआ। घटना के बाद रात में भारी पुलिस ने आरोपितों के घर दबिश दी। मौके से कुछ आरोपितों को गिरफ्तार कर उनका इटावा में जुलूस निकाला। पुलिस ने 15 आरोपितों के खिलाफ प्राणघातक हमले, बलवा सहित अन्य धाराओं में केस दर्ज किया है।

जानकारी के अनुसार त्रिलोक नगर निवासी राजेंद्र पिता विक्रमसिंह पंवार का पुष्पकुंज कॉलोनी में रहने वाले रतन व रामसिंह झारेवाले से रुपए का लेन-देन है। उसी को लेकर शाम करीब पांच बजे आरोपित रतन, रामसिंह झारेवाले व उनके बेटों सहित अन्य लोगों ने राजेंद्र पर हमला कर दिया। इसके बाद आरोपितों ने राजेंद्र के पैर में रस्सी बांध दी और उसे घसीटते हुए आरके होटल के यहां लेकर आए। इस दौरान आरोपितों ने राजेंद्र के साथ जमकर मारपीट की। आरोपितों ने आरके होटल के समीप राजेंद्र को पेड़ से बांध दिया और मारपीट करते रहे।

जानकारी के अनुसार आरोपित पक्ष के लोग बड़ी संख्या में मौजूद थे। इसके चलते किसी ने बीचबचाव नहीं किया और मूकदर्शक बनकर देखते रहे। कुछ लोगों ने पुलिस को सूचना दी। सूचना पर सिविल लाइंस थाने के एसआई पवन यादव व आरक्षक मौके पर पहुंचे। उन्होंने भीड़ के बीच से राजेंद्र को निकालने का प्रयास किया तो आरोपितों ने उनके साथ भी धक्कामुक्की की। इसके बाद जैसे-तैसे राजेंद्र को डायल-100 में बैठाकर जिला अस्पताल भेजा गया। उधर बाद में भारी पुलिस बल मौके पर पहुंचा।

घटना की जानकारी मिलते ही सीएसपी अनिलसिंह राठौड़ भी जिला अस्पताल पहुंचे व घायल राजेंद्र से जानकारी ली। इसके बाद पुलिस ने मौके पर ही प्रकरण दर्ज करने की कार्रवाई की। पुलिस के अनुसार 15 नामजद आरोपितों सहित अन्य के खिलाफ प्राणघातक हमले, बलवा सहित अन्य धाराओं में केस दर्ज किया गया है। राजेंद्र के एक पैर में फ्रेक्चर हुआ है। उसे जिला अस्पताल में भर्ती किया गया है।

चौकी के पास हुई घटना, उठ रहे सवाल

पूरे घटनाक्रम में सबसे बड़ी बात यह कि घटनाक्रम इटावा पुलिस चौकी के बिलकुल नजदीक हुआ लेकिन पुलिस तत्काल मौके पर नहीं पहुंच सकी। सूचना के बाद पुलिस मौके पर पहुंची। ऐसे में पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल भी उठे। लोगों का कहना था कि घटना के समय चौकी पर कोई पुलिसकर्मी नहीं था।

रात में दी दबिश, जुलूस निकाला

चौकी के समीप ही बड़ी घटना होने के बाद पुलिस ने देर शाम मोर्चा संभाला। एएसपी जगदीश डावर, सीएसपी अनिलसिंह राठौड़, कोतवाली टीआई एमएस परमार, सिविल लाइंस टीआई दिनेश चौहान, बीएनपी टीआई तारेश सोनी सहित करीब 40-50 जवान इटावा चौकी पर पहुंचे। इसके बाद आरोपितों के पुष्पकुंज कॉलोनी स्थित घरों पर दबिश दी गई लेकिन यहां कोई नहीं मिला। इसके बाद उज्जैन रोड स्थित एक मकान पर दबिश दी गई लेकिन वहां भी कोई नहीं मिला। बाद में अलग-अलग स्थानों पर सर्चिंग कर करीब सात आरोपितों को हिरासत में लिया गया। सभी को इटावा चौकी लाकर यहां से कुछ दूर तक सभी का जुलूस निकाला गया। इसके बाद पुलिस वाहन से सभी को थाने भेज दिया गया।

पहले भी की थी मारपीट

घायल राजेंद्र पंवार का कहना है कि मैं सामान लेने के लिए बाजार जा रहा था। इसी दौरान रामसिंह के घर के यहां प्लान बनाकर आरोपितों ने घेर लिया और मेरे साथ मारपीट की। इसके बाद रस्सी से बांधकर घसीटकर आरके होटल के यहां लाए और पेड़ से बांधकर मारपीट की। जबरन मेरी जेब में चाकू रखा। मेरी जेब में रखे करीब एक लाख रुपए भी छीन लिए। मेरा इनसे कोई लेनदेन नहीं है। पूर्व में भी आरोपितों ने मारपीट की थी जिसकी मैंने शिकायत की थी।

आरोपितों के खिलाफ प्राणघातक हमला, बलवा सहित अन्य धाराओं में प्रकरण दर्ज किया गया है। कुछ आरोपितों को गिर्रतार कर लिया है। बाकी आरोपितों की तलाश की जा रही है।– अनिलसिंह राठौड़, सीएसपी

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