हर साल मुस्लिमों की हज यात्रा के दौरान लाखों लोग मक्का पहुंचते हैं और वहां रीति रिवाजों के हिसाब से तीर्थ यात्रा पूरी करते हैं. सऊदी अरब द्वारा जारी किए गए आंकड़े के मुताबिक 2018 में बीस लाख से ज़्यादा लोग हज के लिए सऊदी स्थित मक्का पहुंचे थे जबकि 2017 में कुल साढ़े 23 लाख से ज़्यादा लोग हज के लिए जुटे थे. हर साल हाजियों की संख्या बढ़ती जा रही है. ऐसे में ये जानना दिलचस्प है कि लाखों लोगों के लिए भोजन, ठहरने, सुरक्षा और देखभाल के तमाम इंतज़ाम कैसे होते हैं और किसकी क्या भूमिका होती है.सऊदी अरब सरकार का हज और उमरा मंत्रालय हज के सालाना तीर्थाटन का पूरा ज़िम्मा लेता है. हर साल यात्रियों की बढ़ती हुई संख्या के मद्देनज़र बेहतर इंतज़ाम करने की चुनौतियां बनी हुई हैं. कुछ लोग हर बार इंतज़ामों को लेकर नाखुशी ज़ाहिर करते हैं, लेकिन इसके बावजूद यहां लाखों लोगों के लिए इंतज़ाम करने का बीड़ा उठाया जाता है. यात्रियों के रुकने के लिए अस्थायी टेंटों की व्यवस्था की जाती है. भोजन के लिए यहां कई तरह के अस्थायी स्टॉल, भोजनशालाएं और ग़रीबों के लिए भोजन वितरण की व्यवस्था की जाती है.
हज यात्रियों की सुरक्षा के लिए सऊदी अरब सरकार ने तकनीक के इस्तेमाल पर भी ज़ोर देना शुरू किया है. 2018 में हाजियों के डेटा को सुरक्षित रखने के लिए ई-ब्रेसलेट सुविधा शुरू की थी और साथ ही, तकनीकी सुविधाओं के बारे में जागरूकता के लिए जेद्दा में हज हैकेथॉन का आयोजन किया गया था. इसके अलावा, सऊदी अरब भारी सुरक्षा बल और सीसीटीवी कैमरे भी तैनात करता है.
हज यात्रियों को स्वास्थ्य सुविधाओं के मद्देनज़र मक्का और उसके रूट पर कई तरह के मेडिकल सुविधा कैंप होते हैं. सऊदी अरब के अलावा, भारत समेत कई देशों की सरकारें अपने स्तर पर वहां हेल्थ सर्विस कैंप का इंतज़ाम भी करती हैं. इसके अलावा, फ्लाइट्स को लेकर भी कई तरह की रियायतों के साथ, विशेष इंतज़ाम किए जाते हैं. विभिन्न देशों में सरकारी व्यवस्था के साथ ही, प्राइवेट स्तर पर भी हज पैकेज मुहैया करवाए जाते हैं.
भारत में हज कमेटी सरकारी मदद से हज यात्रा का प्रबंधन मुख्य रूप से करती है. देश के हज यात्रियों को भारत सरकार से सब्सिडी मिलती रही है. वहीं, विदेश मंत्रालय, हज कमेटी और जेद्दा स्थित कॉंसुलेट जनरल के परामर्श के साथ हज यात्रा के लिए प्रबंध करता है. विदेश मंत्रालय हर साल 500 से ज़्यादा अधिकारियों व कर्मचारियों को डेपुटेशन पर भेजता है, जो हज यात्रियों की सहायता के लिए सऊदी अरब में मौजूद रहते हैं.
सऊदी अरब सरकार हज यात्रियों की सुविधा के लिए वीज़ा मुहैया कराने की प्रक्रिया को आसान बनाने पर विचार कर रही है और जल्द ही ई-वीज़ा सिस्टम को कई देशों के यात्रियों के लिए जारी किया जा सकता है. इस सिस्टम के तहत मिनटों में हज यात्रा के लिए वीज़ा इंटरनेट के ज़रिये मिल सकेगा. वहीं, मक्का, मदीना, जेद्दा जैसे प्रमुख स्थानों के बीच सऊदी अरब प्रशासन ट्रांसपोर्ट सेवाओं को और बेहतर करने के लिए कोशिश कर रहा है. एक आंकड़े के मुताबिक हज यात्रियों की सुविधाओं के लिए 1950 से सऊदी अरब सरकार 100 बिलियन डॉलर से ज़्यादा खर्च कर चुकी है.