अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ़) ने गुरुवार को कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था के बढ़ने की दर अनुमान से काफी कम है.
हालांकि, इसके साथ ही आईएमएफ़ ने ये भी कहा कि कम विकास दर के बावजूद भारतीय अर्थव्यवस्था चीन से कहीं आगे रहेगी और साथ ही दुनिया की सबसे तेज़ी से विकास करने वाली बड़ी अर्थव्यवस्था बनी रहेगी.
आईएमएफ़ के प्रवक्ता गैरी राइस ने कहा, “हम नए आंकड़े पेश करेंगे लेकिन कॉरपोरेट एवं पर्यावरणीय नियामक की अनिश्चितता एवं कुछ गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनियों (एनबीएफ़सी) की कमजोरियों के कारण भारत में हालिया आर्थिक वृद्धि उम्मीद से काफी कमजोर है.”
मौजूदा वित्त वर्ष की पहली तिमाही (अप्रैल-जून) में भारत की विकास दर बीते सात सालों में सबसे कम 5 फ़ीसदी रही है. बीते वर्ष इसी दौरान विकास दर 8 फ़ीसदी थी.
आईएमएफ़ की रिपोर्ट में भारत की विकास दर को पहले 7.5 फ़ीसदी आंका गया था लेकिन अब इसमें 0.3 फ़ीसदी और कटौती कर दी गई है. यानी आईएमएफ़ की नज़र में विकास दर 7.2 फ़ीसदी रहेगी.