संसद के शीतकालीन सत्र का आज 11वां दिन है। संसद में हैदराबाद में महिला पशु चिकित्सक के साथ सामूहिक दुष्कर्म के बाद उसकी निर्मम हत्या कर की गूंज के साथ-साथ कई मुद्दे उठे। संसद में पीएम मोदी और अमित शाह को घुसपैठिया बताने के कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी के बयान का मुद्दा भी उठा। इसके बाद गिरती जीडीपी का मुद्दा भी उठा।
जीडीपी के मुद्दे पर लोकसभा में भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने कहा कि जीडीपी 1934 में आई इससे पहले कोई जीडीपी नहीं थी… केवल जीडीपी को बाइबल, रामायण या महाभारत मान लेना सत्य नहीं है और भविष्य में जीडीपी का बहुत ज्यादा उपयोग नहीं होगा।
उन्होंने कहा कि आज नई थ्योरी है आम आदमी का स्थायी आर्थिक कल्याण, हो रहा है या फिर कोई नहीं हो रहा है। जीडीपी से ज्यादा महत्वपूर्ण है के सतत विकास। लोगों को खुशी मिल रही है या नहीं मिल रही है।