अंतू इलाके में युवक से प्रेम करने पर एक युवती का पिता उसकी जान का दुश्मन बन गया। उसने अपने तीन भाइयों के साथ लाठी-डंडे से पीटने के बाद बेटी की गला दबाकर हत्या कर दी। हत्यारों ने उसके शव को सई नदी के किनारे जला दिया और राख नदी में फेंक दी। घटना को छिपाने के लिए अगले ही दिन आरोपियों ने अंतू थाने में युवती की गुमशुदगी दर्ज करा दी। पुलिस ने छानबीन कर आठ महीने बाद घटना का बुधवार को खुलासा किया। आरोपी पिता और उसके दो भाइयों को पुलिस ने जेल भेज दिया। चौथे आरोपी की तलाश में पुलिस दबिश दे रही है।
पुलिस अधीक्षक अभिषेक सिंह ने बताया कि 15 मई 2019 को अंतू थाने में राजेश वर्मा पुत्र रामपियारे वर्मा निवासी नंदलाल का पुरवा, राजापुर रनिया ने तहरीर दी कि मेरी भतीजी प्रीती वर्मा पुत्री राजू वर्मा घर से लापता है। इस सूचना पर थाना अंतू में गुुमशुदगी दर्ज कर युवती की खोजबीन की जाने लगी। छानबीन के दौरान मिले सुरागों के जरिए पुलिस को प्रीती के परिजनों पर ही शक हुआ। अंतू पुलिस ने युवती के पिता व उसके तीनों चाचा को हिरासत में लेकर कड़ाई से पूछताछ की तो उन्होंने हकीकत बयां कर दी।
पिता राजू वर्मा ने बताया कि प्रीती गांव के ही फूलचंद्र वर्मा के भांजे राहुल वर्मा उर्फ दीपक से प्रेम करती थी। इसी कारण हम जल्द से जल्द उसकी शादी कहीं और कर देना चाहते थे। 13 मई 2019 को प्रीती की सगाई थी। इस दिन वह अपने प्रेमी राहुल से मिलने चली गई। सूचना पर हम लोग पहुंचे तो राहुल भाग निकला। प्रीती को पकड़कर हम घर ले आए। वह राहुल से ही शादी करने की जिद पर अड़ी थी। इस पर चारों भाइयों ने क्रोध में आकर उसकी पिटाई शुरू कर दी। बाद में गला दबाकर हत्या कर दी।
अगले दिन प्रीती के शव को पूरब गांव में नदी के किनारे सिंघनी घाट पर ले जाकर जला दिया। उसी आग में प्रीती का मोबाइल भी जला दिया और राख उठाकर नदीं में फेंक दी। घटना को छिपाने के उद्देश्य से थाने में प्रीती की गुमशुदगी दर्ज करा दी। पुलिस ने प्रीती की हत्या के आरोपी पिता राजू वर्मा, चाचा जमुना प्रसाद वर्मा व राजेश वर्मा को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। एक अन्य अभियुक्त चाचा बृजेश वर्मा की गिरफ्तारी के लिए दबिश दे रही है।