इसके बाद ग्राहकों का गुस्सा भड़क उठा। नारेबाजी करते हुए देवरिया-कसया मार्ग पर पहुंचे। ग्राहकों को समझाने के लिए ब्रांच मैनेजर पहुंचे, उन्होंने ग्राहकों को समझाने की कोशिश की। इस पर ग्राहकों का हुजूम उग्र हो गया। ग्राहकों का तेवर देख पुलिसवालों ने ब्रांच मैनेजर को किनारे हटाया। जाम के चलते उधर से गुजर रहे एक बस को रुकना पड़ा। चालक ने जाम समाप्त करने के लिए ग्राहकों को समझाने की कोशिश की। नाराज ग्राहकों ने उसे भी दौड़ा लिया। बस में सवार यात्रियों ने मान मनुहार की।
मामले की जानकारी पाकर एसओ मौके पर पहुंचे। लोेगों को समझाकर मामला शांत कराया। ग्राहकों के बीच 2000-2000 रुपये वितरित करने का आश्वासन दिया। इसके बाद आवागमन बहाल हो सका। गौरीबाजार इलाके के सेंट्रल बैंक इंदुपुर, सिरजम और चरियांव, एसबीआई गौरीबाजार, पूर्वांचल बैंक इंदुपुर, बखरा और खरोह में रकम नहीं मिला। सिविल लाइंस स्थित प्रधान डाकघर में पौने 11 बजे से कामकाज शुरू हुआ।
रजिस्ट्री और स्पीड पोस्ट कराने आएं लोगों ने आपत्ति दर्ज कराई। पोस्टमास्टर ने बताया कि ऐसी कोई बात नहीं है। काउंटर पर क्लर्क समय से काम कर रहे थे। दूसरी ओर बनकटा में रकम नहीं मिलने से नाराज लोगों ने सोहनपुर बाजार में सड़क जाम कर दिया। नाराज लोगों ने बैंककर्मियों के खिलाफ नारेबाजी की। पुलिस ने लोगों को समझा बुझाकर जाम खत्म कराया। इस कारण डेढ़ घंटे तक यातायात प्रभावित रहा। उधर, बघौचघाट के पथरदेवा एसबीआई की शाखा में बुधवार को सर्वर दगा दे गया।
घंटों से लाइन में लगे ग्राहकों को बिना रुपये के लौटना पड़ा। पीएनबी में कैश ही नहीं था। इस बाबत गेट पर लगी नोटिस को फाड़ने के आरोप में पुलिस ने एक युवक को हिरासत में ले लिया। ग्रामीण बैंक पथरदेवा का ताला ही नहीं खुला। लोग चार बजे तक बैंक के बाहर बैठे रहे। शाम को मायूस होकर घर चले गए। ग्राहकों ने आरोप लगाया कि बैंक प्रबंधक नोट बांटने में मनमानी कर रहे हैं। चहेतों को पहले नोट दिया जा रहा है।