यूपी के नियुक्ति कार्मिक विभाग की लापारवाह कार्यशैली का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि विभाग ने एक मृत पीसीएस अफसर का न सिर्फ प्रमोशन कदिया बल्कि उसका ट्रांसफर भी कर दिया.
मृत डिप्टी कलेक्टर गिरीश कुमार सरकार के रिकॉर्ड में अब भी जिंदा हैं. शासन ने उन्हें एसडीएम से सिटी मजिस्ट्रेट बनाकर वाराणसी से बुलंदशहर ट्रांसफर भी कर दिया है.इतना ही नहीं मृत अफसर की खबर से अनजान बुलंदशहर जिला उनके ज्वाइनिंग का इंतजार भी कर रहा है.
बता दें मूलतः झारखण्ड के रहने वाले गिरीश कुमार वाराणसी में एसडीएम के पद पर तैनात थे. पिछले साल नवंबर में उनकी गंभीर बिमारी की वजह से निधन हो गया था. उनकी मौत के बाद बेटे को मृतक आश्रित कोटे से बेटे राहुल को वाराणसी जिला मुख्यालय पर रिकॉर्ड रूम में नौकरी भी दे दी गई.लेकिन इसे नियुक्ति कार्मिक विभाग की लापरवाही ही कहेंगे कि वहां मौजूद कर्मचारी पीसीएस अफसर के निधन को ही भूल गए.
बता दें रविवार को सरकार ने बड़ी तादाद में पीसीएस अफसरों के तबादले किए थे. जिसमे गिरीश कुमार का नाम भी शामिल है. गिरीश कुमार को बुलंदशहर का सिटी मजिस्ट्रेट बनाया गया है.
लापरवाही की हद तो तब हो गई जब तबादले के दो दिन बाद भी नियुक्ति कार्मिक विभाग के अधिकारी नहीं चेते.