बिहार में एक ओर जहां बारिश का मौसम बना हुआ है, वहीं दिल्ली-एनसीआर में चिलचिलाती गर्मी से लोगों का जीना मुहाल हो गया है। दिल्ली में बुधवार की तरह ही दिल्लीवासियों को लू के थपेड़े झुलसाएंगे। इधर, उत्तर प्रदेश के पूर्वी इलाकों में बारिश से मौसम सुहाना बना हुआ है। पूर्वी यूपी में जहां बारिश का माहौल है, वहीं पश्चिमी यूपी में गर्मी ने लोगों को बेहाल कर रखा है। भीषण गर्मी का प्रकोप केवल दिल्ली-एनसीआर तक सीमित नहीं है बल्कि पंजाब और हरियाणा, राजस्थान यहां तक कि जम्मू में भी तापमान बढ़ रहा है। मौसम विभाग ने बिहार, पश्चिम बंगाल, सिक्किम समेत पूर्वोत्तर के राज्यों में कई जगहों पर भारी बारिश का अनुमान लगाया है। तो चलिए जानते हैं मौसम का हाल।
मौसमविदों की मानें तो अभी दो तीन दिनों तक बिहार में ऐसी ही स्थिति बनी रहेगी।इस वजह से अगले 72 घंटों में उत्तर बिहार और हिमालय की तलहटी से जुड़े जिलों में भारी बारिश की संभावना जताई गई है। राज्य के भागलपुर, कटिहार, पूर्णिया, किशनगंज, अररिया, शिवहर, सुपौल, दरभंगा, सीतामढ़ी, पूर्वी और पश्चिमी चंपारण में गरज के साथ भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है। अगले 24 घंटे में बारिश और वज्रपात की तीव्रता में और बढ़ोतरी होगी। मौसम विभाग ने इन 11 जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। यह स्थिति दो जुलाई तक रह सकती है।
दिल्ली-हरियाणा में 7 जुलाई से पहले मॉनसून के आसार नहीं
दिल्ली, हरियाणा, पंजाब और राजस्थान के कुछ हिस्सों को छोड़कर इस समय मॉनसून पूरे देश में छा चुका है। लेकिन मौसमी घटनाएं कुछ इस प्रकार से घटी हैं कि एक बड़े क्षेत्र में मानसून नहीं पहुंच पाया है। अब मानसून विभाग ने कहा कि आगामी 7 जुलाई के बाद ही मॉनसून के फिर से सक्रिय होने के आसार हैं। दरसअल, बीते 19 जून के बाद मॉनसून में कोई प्रगति नहीं हुई है। भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) की तरफ से दिल्ली, हरियाणा, पंजाब में बारिश नहीं होने और मानसून के ठिठकने के पीछे कई कारण बताए जा रहे हैं। एक कारण यह बताया गया है कि पश्चिमी हवाओं के सक्रिय होने से मॉनसूनी हवाएं उत्तर भारत में नहीं पहुंच पा रही हैं। जबकि मॉनसून पूर्वी हवाओं के सहारे उत्तर भारत में आता है। पूर्वी हवाएं कमजोर पड़ी हुई हैं। मौसम विभाग का कहना है कि 7 जुलाई के बाद ही पूर्वी हवाएं उत्तर भारत की तरफ बहने की संभावना हैं। इसके बाद ही मानसून में कुछ प्रगति संभव है।
उत्तराखंड के तीन जिलों में भारी बारिश का येलो अलर्ट
उत्तराखंड में आज से मौसम में बदलाव के आसार हैं। पिछले कुछ दिनों से मौसम शुष्क रहने के बाद गुरुवार को बागेश्वर, नैनीताल और पिथौरागढ़ जिलों में कहीं-कहीं भारी बारिश का येलो अलर्ट जारी किया गया है। दो जुलाई के लिए पहाड़ी जिलों में बारिश का ऑरेंज अलर्ट रहेगा। मौसम विभाग के पांच दिनी पूर्वानुमान के मुताबिक, दो जुलाई को देहरादून, पौड़ी, नैनीताल में कहीं-कहीं भारी से बहुत भारी बारिश की संभावना है। टिहरी, चम्पावत, पिथौरागढ़, में भी भारी बारिश के आसार हैं। यहां कहीं-कहीं आकाशीय बिजली गिर सकती है। जबकि, मैदानी क्षेत्रों में 50 से साठ किमी प्रति घंटे की रफ्तार से झक्कड़ चलने की आशंका भी जताई गई है। तीन और चार जुलाई को नैनीताल और पिथौरागढ़ में कहीं-कहीं भारी बारिश का येलो अलर्ट रहेगा। मौसम वैज्ञानिक रोहित थपलियाल के अनुसार, दो जुलाई को मौसम का मिजाज बिगड़ने की सूरत में पहाड़ी क्षेत्रों में लोग सतर्कता बरतें।
राजस्थान में भी झुलसा रही गर्मी
मॉनसून की आहट के बीच राजस्थान के अनेक इलाके एक बार फिर तेज गर्मी की चपेट में हैं, जहां मौसम विभाग ने लू चलने की चेतावनी दी है। मौसम केंद्र जयपुर के अनुसार, राज्य के ज्यादातर हिस्सों में अच्छी खासी गर्मी पड़ रही है। जहां बुधवार दिन में अधिकतम तापमान चूरू व करौली में 44.4 डिग्री सेल्सियस, धौलपुर में 44.3 डिग्री, पिलानी में 44.2 डिग्री, गंगानगर में 44.1 डिग्री, अलवर में 44.0 डिग्री, बीकानेर में 43.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। मौसम विभाग के अनुसार राज्य के अधिकांश भागों में आगामी चार पांच दिन मौसम मुख्यतः शुष्क रहेगा। उदयपुर संभाग के जिलों में आज भी कहीं कहीं हल्की से मध्यम दर्जे की बारिश होने की संभावना बनी हुई है। वहीं आगामी 48 घंटों के दौरान बीकानेर, जोधपुर, जयपुर भरतपुर और कोटा संभाग के जिलों में कहीं-कहीं लू चलने की संभावना है।
1 जुलाई का मौसम: बिहार, सिक्किम और मेघालय में भारी से भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है। मौसम विभाग के मुताबिक, पश्चिम बंगाल, सिक्किम, अरुणाचल प्रदेश, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा, पूर्वी उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड और तेलंगाना में बारिश का पूर्वानुमान है।