बिहार में रविवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की वर्चुअल रैली है जिसे लेकर राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेताओं राबड़ी देवी, तेजस्वी यादव और तेज प्रताप यादव ने बर्तन बजाकर विरोध किया। उन्होंने प्रवासी मजदूरों के मुद्दे पर भी अपनी विरोध दर्ज किया।
इसके अलावा पटना में विभिन्न स्थानों पर सात जून, 2020 को श्रद्धांजलि दिवस बताने वाले पोस्टर लगाए गए हैं। पोस्टर में लिखा है- ‘वर्चुअल से एक्चुअल मुद्दों का एनकाउंटर।’
वहीं, केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा कि कुछ राजनैतिक दल केवल पीएम मोदी और भाजपा का विरोध ही करते हैं। ये वही लोग हैं जिन्होंने कोरोना वॉरियर्स के सम्मान में जब थालियां बजाने के लिए कहा था तो उसका विरोध किया था। आज गरीबों के अधिकार के लिए खुद थालियां बजा रहे हैं।
अमित शाह की रैली
बता दें कि कोरोना महामारी के बीच भाजपा रविवार को बिहार में चुनावी बिगुल फूंकने जा रही है। भाजपा के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह रविवार को फेसबुक लाइव पर रैली कर बिहार में भाजपा का चुनावी बिगुल फूंकेंगे।
प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल ने कहा कि राज्य की 243 विधानसभा सीटों से करीब एक लाख लोगों को इस फेसबुक लाइव से जोड़ा जाएगा। बिहार में आगामी विधानसभा चुनाव के लिए इसे भाजपा के चुनावी अभियान के आगाज के तौर पर देखा जा रहा है।
भगवा इस आयोजन को सफल बनाने के लिए तमाम प्रयास में जुटी है, क्योंकि कोविड-19 महामारी के कारण किसी बड़ी राजनीतिक सभा का आयोजन नहीं हो सकता है। हालांकि, यह ऑनलाइन रैली भाजपा के एक महीने चलने वाले अभियान का हिस्सा है, जिसमें मोदी सरकार की उपलब्धियों को रेखांकित किया जा रहा है। केंद्र में नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार के दूसरे कार्यकाल की पहली वर्षगांठ पर यह आयोजन हो रहा है।
संभावना है कि शाह आगामी विधानसभा चुनावों को लेकर ध्यान केंद्रित रखेंगे। बिहार में भाजपा का मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जदयू और केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान की लोजपा के साथ गठबंधन है। बिहार भाजपा के नेताओं ने कहा है कि पार्टी ने शाह के भाषण को सुनने के लिए अपने कार्यकर्ताओं और लोगों के लिए 72,000 से ज्यादा मतदान केंद्रों पर इंतजाम किया है।