बिहार विशेष सशस्त्र पुलिस विधेयक के खिलाफ विपक्षी विधायकों ने विधानसभा में जबरदस्त हंगामा किया। विपक्षी दलों ने वेल में आकर की नारेबाजी की। इस दौरान 11.6 मिनट पर सभाध्यक्ष ने 12 बजे तक के लिए कार्यवाही की स्थगित की। इसके बाद जब दोबारा कार्यवाही शुरू की गई तो एक बार फिर विपक्षी दलों ने जबरदस्त हंगामा किया। इस दौरान विपक्षी दलों ने बिल की कॉपी फाड़ी। सदन में हो रहे हंगामे के बाद एक बार फिर विधानसभा अध्यक्ष ने 2 बजे के लिए स्थगित कर दिया गया।
बता दें कि नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने कहा कि बिहार सशस्त्र पुलिस बल विधेयक काला कानून है और इसे किसी भी हालत में सदन में पास नहीं होने दिया जाएगा। मंगलवार को 10, सर्कुलर रोड पर मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा कि सरकार 19 लाख रोजगार के वादे सहित जनहित के तमाम मुद्दों पर ध्यान नहीं दे रही इसलिए हमने विधानसभा घेरने का फैसला किया है।
नीतीश सरकार से बिहार विशेष सशस्त्र पुलिस विधेयक को वापस लेने की मांग
बता दें कि प्रदेश के तमाम विपक्षी दल के विधायकों ने नीतीश सरकार से बिहार विशेष सशस्त्र पुलिस विधेयक को वापस लेने की मांग की है। विधायकों का कहना है कि इस विधेयक के जरिए बिहार पुलिस को कई सारे नए अधिकार दिए गए हैं। इसमें वारंट के बिना गिरफ्तारी के साथ-साथ हिरासत में मौत के मामले पर भी पुलिस के खिलाफ गंभीर मामला दर्ज नहीं करने की बात शामिल है। वहीं प्रस्तावित बिहार विशेष सशस्त्र पुलिस विधेयक 2021 का विरोध जताते हुए जन अधिकार पार्टी (लो) अध्यक्ष राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव ने कहा कि इस कानून के खिलाफ वह हाईकोर्ट व सुप्रीमकोर्ट जाएंगे। जन आंदोलन भी करेंगे। आरोप लगाया कि बिहार सरकार लगातार जन विरोधी कानून सदन में ला रही है।