पूर्व मंत्री और समस्तीपुर के कल्याणपुर (सुरक्षित) सीट से जदयू के विधायक महेश्वर हजारी बिहार विधानसभा के उपाध्यक्ष बन सकते हैं। विधानसभा के 17वें उपाध्यक्ष पद के लिए उन्होंने आज यानी 23 मार्च को नामांकन दाखिल किया।
सोमवार की शाम विधानसभा सचिव राजकुमार सिंह ने उपाध्यक्ष निर्वाचन की अधिसूचना जारी की गई थी। चूंकि विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा भाजपा कोटे से हैं, इसलिए उपाध्यक्ष का पद जदयू खेमे में आना तय माना जा रहा था। पिछली बार जब जदयू कोटे के विधानसभा अध्यक्ष थे तो भाजपा कोटे से अमरेन्द्र प्रताप सिंह उपाध्यक्ष थे। वे 7 अगस्त 2012 से 14 नवम्बर 2015 तक इस पद पर थे। विस के पहले उपाध्यक्ष अब्दुल बारी हुए। शकूर अहमद दो बार इस पद पर आसीन हुए।
उल्लेखनीय है कि महेश्वर हजारी साल 2005 से लगातार निर्वाचित होते रहे हैं। फरवरी व नवंबर 2005 का विस चुनाव जीतने के बाद वे 2009 में लोकसभा का चुनाव लड़े। साल 2014 तक सांसद रहने के बाद वे 2015 में फिर से विधानसभा का चुनाव लड़े और जीते। 2020 में भी विधायक चुने गए। 58 वर्षीय हजारी नीतीश सरकार में नगर विकास, भवन निर्माण, योजना एवं विकास और उद्योग मंत्री रह चुके हैं। दलित नेता के तौर उनकी छवि साफ-सुथरी मानी जाती है। हालांकि जदयू खेमे में रत्नेश सदा के नाम भी चर्चा थी, लेकिन सूत्रों के अनुसार पार्टी नेतृत्व ने महेश्वर हजारी पर भरोसा जताया है।
1937 से अब तक रहे उपाध्यक्ष
अब्दुल बारी
देवशरण सिंह
जगत नारायण लाल
प्रभुनाथ सिंह
सत्येन्द्र नारायण अग्रवाल
योगेन्द्र प्रसाद
शकूर अहमद
राधानंदन झा
गजेन्द्र प्रसाद हिमांशु
शिवनंदन पासवान
रघुवंश प्रसाद सिंह
देवेन्द्र नाथ चाम्पिया
जगबंधु अधिकारी
भोला सिंह
शकुनी चौधरी
अमरेन्द्र प्रताप सिंह