बिहार में पिछले 48 घंटे की बारिश से नदियां उफान पर हैं। उत्तर बिहार की नदियों के रौद्र रूप के बाद अब गंगा और पुनपुन का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। दोनों नदियां लाल निशान के करीब पहुंच गई हैं।
गांधी घाट में गंगा और श्रीपालपुर में पुनपुन खतरे के निशान से करीब एक से डेढ़ मीटर ही नीचे रह गई है। पिछले चार दिनों में गंगा, सोन और पुनपुन के जलस्तर में 3 से 5 मीटर की बढ़ोतरी हुई है। केंद्रीय जल आयोग द्वारा जारी रिपोर्ट के अनुसार गंगा के ऊपरी क्षेत्र में लगातार बारिश से जलस्तर में वृद्धि जारी रहेगी।
राजधानी के गांधीघाट पर गंगा प्रति घंटे दो सेमी और श्रीपालपुर में पुनपुन चार सेमी की रफ्तार से बढ़ रही है। ऐसे में दोनों नदियों के अगले 36 से 48 घंटे में लाल निशान के पार चले जाने की आशंका है। गंगा नदी का जलस्तर रविवार अपराह्न तीन बजे दीघाघाट में 47.59 मीटर, गांधी घाट में 47.15 तथा हथिदह में 39.59 मीटर जलस्तर था। इसी प्रकार सोन नदी का मनेर में 49.23 मीटर तथा पुनपुन नदी का श्रीपालपुर में 45.02 मीटर जलस्तर था।
घाट – खतरे का निशान – जलस्तर (सुबह 6 बजे) – जलस्तर (अपराह्न 3 बजे)
दीघाघाट – 50.45 – 47.40 – 47.59
गांधीघाट – 48.60 – 46.97 – 47.15
हथिदह – 41.46 – 39.19 – 39.59
मनेर(सोन) – 52.00 – 48.85 – 49.23
श्रीपालपुर (पुनपुन) – 50.60 – 48.90 – 49.34
गंडक दो जगह लाल निशान के पार
पहले से लाल निशान के पार चल रही गंडक का डिस्चार्ज घटने के बावजूद जलस्तर बहुत नीचे नहीं आया। गंडक का डिस्चार्ज 1.19 लाख घनसेक रह गया है। लेकिन अभी रेवाघाट में 40 और डुमरियाघाट में 129 सेमी ऊपर है। बागमती का जलस्तर भी सभी जगह बढ़ा है। लेकिन अभी सीतामढ़ी में लगभग दो मीटर, मुजफ्फरपुर में डेढ़ मीटर और दरभंगा में लगभग पांच मीटर नीचे है।
चंपारण में बाढ़ से तबाही जारी
चम्पारण के इलाके में बाढ़ की विभीषिका बढ़ गई है। उधर कोसी, सीमांचल और पूर्वी बिहार में बाकी नदियों का जलस्तर भी बढ़ रहा है। वर्षा के कारण पूर्वी चम्पारण में बूढ़ी गंडक (सिकरहना) का पानी सुगौली, बंजरिया प्रखंड में तबाही मचा रहा है। इधर, मधुबनी, सीतामढ़ी व दरभंगा में बारिश से नदियों के जलस्तर में मामूली वृद्धि दर्ज की जा रही है। मुजफ्फरपुर के साहेबगंज व पारू में दो दर्जन गांवों में पानी घुस गया है।
मुंगेर, लालगंज, कुरसेला में भारी बारिश
राज्य में पिछले 24 घंटे में मुंगेर, लालगंज और कुरसेला में सौ मिलीमीटर से अधिक वर्षा हुई है। इसके अलावा 15 स्थानों पर 50 मिलीमीटर से अधिक वर्षा हुई है। हाजीपुर में लगभग 90 मिलीमीटर, दरभंगा के कमतौल में 85 मिलीमीटर, गया के डोभी में 75 मिलीमीटर और भागलपुर में 74 मिली मीटर वर्षा रिकार्ड की गई है। लिहाजा छोटी और स्थानीय नदियां उफनाने लगी हैं।
साहेबगंज व पारू में दो दर्जन गांव में पानी घुसा
मुजफ्फरपुर के साहेबगंज व पारू में बाढ़ के कारण लोगों की परेशानी बढ़ती ही जा रही है। प्रशासन की ओर से कोई राहत सामग्री उपलब्ध नहीं करायी गई है। दोनों प्रखंडों की 15 पंचायतों के दो दर्जन से अधिक गांवों में बाढ़ का पानी घुसा हुआ है। इन गांवों में करीब 14 हजार की आबादी बाढ़ की चपेट में है। प्रशासन की ओर से नाव की व्यवस्था नहीं किए जाने से लोगों की मुश्किलें और बढ़ गई हैं। सुपौल जिले में कोसी नदी के कुछ स्परों पर पानी का दबाव बढ़ गया है। वहीं सहरसा और मधेपुरा जिले में भी कोसी नदी के जलस्तर में वृद्धि हुई है। खगड़िया जिले से होकर बहने वाली बागमती नदी के जलस्तर में एक बार फिर से वृद्धि हुई है।
बूढ़ी गंडक का जलस्तर भी सभी जगहों पर बढ़ा
बूढ़ी गंडक का जलस्तर भी सभी जगहों पर बढ़ा है। बावजूद यह नदी मुजफ्फरपुर से खगड़िया तक लाल निशान से काफी नीचे है। यही हाल अधवारा, खिराई और घाघरा नदियों का है। कमला बलान जयनगर में आज फिर थोड़ा ऊपर चढ़ी है। वहां दस सेमी उपर चढ़कर यह नदी लाल निशान से मात्र 35 सेमी नीचे है। लेकिन झंझारपुर में 75 सेमी नीचे है।