बिहार में कोरोना महामारी से बचाव को लेकर टीकाकरण के लिए मतदान केंद्रों की तरह कोरोना टीकाकरण केंद्र बनाए जाएंगे। एक टीकाकरण केंद्र पर सौ लोगों को वैक्सीन लगायी जाएगी। स्वास्थ्य विभाग कोरोना टीकाकरण को लेकर केंद्र सरकार के दिशा-निर्देश के अनुसार तैयारी कर रहा है, ताकि लक्षित समूहों को प्राथमिकता के आधार पर टीका लगाया जा सके।
स्वास्थ्य विभाग द्वारा की गयी तैयारियों के तहत पहले कोरोना वॉरियर्स को टीका लगेगा। इनमें स्वास्थ्य सेवा से जुड़े डॉक्टर, स्वास्थ्यकर्मी शामिल हैं। निजी अस्पतालों के कर्मियों को भी पहले टीका लगेगा। सभी जिलों से स्वास्थ्यकर्मियों की सूची सिविल सर्जन के माध्यम से तैयार करायी गयी है। इनके बाद फ्रंटलाइन वॉरियर्स को कोरोना का टीका दिया जाएगा। इनमें पुलिसकर्मी, आंगनबाड़ी सेविका-सहायिका, बैंककर्मी इत्यादि होंगे। इसके बाद 60 साल से अधिक उम्र के व्यक्तियों को लगेगा। सरकार के निर्देश के अनुसार जन प्रतिनिधियों, सरकारी विभागों से जुड़े कर्मी, संविदा कर्मी, प्रमुख हाट-बाजार के दुकानदारों व व्यवसायियों को भी प्राथमिकता के आधार पर टीका लगाने की तैयारी की जा रही है।
28 दिनों के अंतराल पर लेना होगा दूसरा टीका
केंद्र के दिशा-निर्देश के अनुसार राज्य में एक व्यक्ति को कोरोना का टीका दो बार लगाना होगा। पहला टीका लगने के 28 दिनों के बाद दूसरा टीका लगेगा। इसके लिए पहला टीका लगाने वाले व्यक्ति को दूसरा टीका लगाने को लेकर सूचित किया जाएगा। इसके बाद ही कोरोना के टीकाकरण का चक्र पूरा होगा।
टीकाकरण होने तक जारी रहेगी जांच
राज्य सरकार के निर्देश के अनुसार कोरोना का टीकाकरण होने तक कोरोना की जांच वर्तमान की तरह ही जारी रहेगी। स्वास्थ्य विभाग कोरोना टीकाकरण को लेकर बड़ी संख्या में मानव संसाधन के उपयोग की तैयारी कर रहा है। ताकि इस दौरान स्वास्थ्य सुविधाओं पर कोई असर नहीं पड़े। स्वास्थ्य विभाग द्वारा स्वास्थ्य सेवा से जुड़े गैर सरकारी संगठनों के कार्यकर्ताओं का भी सहयोग लिया जाएगा।
जिलाधिकारी रोज करेंगे टीकाकरण की निगरानी
स्वास्थ्य विभाग के सूत्रों के अनुसार सभी जिलों में टीकाकरण के लिए जिलाधिकारी को नोडल पदाधिकारी बनाया गया है। जिलाधिकारी टीकाकरण कार्य की प्रतिदिन निगरानी करेंगे। उनके स्तर पर गठित जिला स्तरीय टीकाकरण समिति के माध्यम से सभी टीकाकरण केंद्रों पर निगरानी रखी जाएगी।
कोरोना टीकाकरण के लिए केंद्र सरकार के दिशा-निर्देशों का पालन किया जाएगा। इसके लिए राज्य-जिला व प्रखंड स्तर पर कार्रवाई की जा रही है। – मनोज कुमार, अपर सचिव, स्वास्थ्य विभाग