बिहार के सभी 38 जिलों में दूसरे चरण का कोरोना टीकाकरण आज से शुरू हो रहा है। केंद्र सरकार के निर्देश के अनुसार पहले चरण में स्वास्थ्यकर्मियों के टीकाकरण पूरे होने के पूर्व ही दूसरे चरण का टीकाकरण शुरू करने का निर्णय लिया गया है। दूसरे चरण में फ्रंट लाइन वर्कर का टीकाकरण किया जाएगा।
इसमें पुलिस, सीआरपीएफ, एनडीआरएफ, होमगार्ड कर्मी, नगर निगम कर्मी, सैनिक, रेलवे, स्वास्थ्य शोध, ऊर्जा, मानव संसाधन आदि विभागों के कर्मियों का टीका लगेगा। स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने बताया कि राज्य में सात फरवरी तक दूसरे चरण के कोरोना टीकाकरण के लिए निबंधन होगा। राज्य में अबतक 1 लाख 99 हजार फ्रंटलाइन वर्कर का निबंधन दूसरे चरण के कोरोना टीकाकरण को लेकर किया गया है। इस संख्या में अभी बढ़ोतरी होगी।
गौरतलब है कि पहले चरण में लक्ष्य का अब तक 56.70 फीसदी टीकाकरण हुआ है। स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि राज्य में अभी कोरोना वैक्सीन का 11 लाख डोज उपलब्ध है। जबकि पहले चरण के टीकाकरण को लेकर 4.62 लाख और दूसरे चरण के टीकाकरण के लिए 1.99 लाख कुल 6 लाख 61 हजार लाभार्थियों का निबंधन किया जा चुका है। वहीं, इनमें अब तक 2 लाख 62 हजार 784 लाभार्थियों का टीका लगाया जा चुका है। दूसरे चरण के टीकाकरण का कार्य वर्तमान टीकाकरण केंद्रों पर ही होगा, आवश्यकता के अनुरूप इसमें वृद्धि की जाएगी।
पटना जिले में फिलहाल तीन स्थलों पर टीकाकरण
कोविड-19 टीकाकरण का दूसरा चरण शनिवार से शुरू होगा। पटना जिले में फिलहाल तीन स्थलों पर इसकी शुरुआत होगी, जिसमें दानापुर अनंमुडलीय अस्पताल, बिहटा पीएचसी और एनडीआरएफ परिसर में सेंटर होगा। पटना जिला की सिविल सर्जन डॉ. विभा कुमारी सिंह ने बताया कि स्वास्थ्य कर्मियों के लिए चल रहा पहला चरण शुक्रवार को समाप्त हो गया लेकिन निजी अस्पताल के बहुत सारे स्वास्थ्य कर्मियों ने अभी तक टीका नहीं लगाया है। ऐसे लोगों के लिए एक दिन का समय बढ़ाया गया है। दूसरे चरण में फ्रंट लाइन वर्कर का टीकाकरण शुरू होगा। प्रत्येक सेंटर के लिए एक दिन में 100-100 लोगों की सूची भेजी जा रही है। पटना जिला के टीकाकरण केन्द्रों की संख्या सोमवार से बढ़ायी जाएगी। सभी सरकारी अस्पतलों और स्वास्थ्य केन्द्रों पर टीकाकरण किया जाएगा।
आज ही लगावाएं टीका
पहले चरण में स्वाथ्यकर्मियों के लिए एक दिन का समय बढ़ाया गया है। ऐसा इसलिए किया गया है कि पटना जिले में करीब 700 निजी अस्पताल और स्वास्थ्य केन्द्रों ने टीकाकरण के लिए स्वास्थ्य कर्मियों की सूची भेजी थी। पटना जिला अगर आकड़े में पिछड़ रहा है तो सिर्फ इसलिए कि निजी अस्पताल के स्वास्थ्य कर्मी टीकाकरण के लिए नहीं आ पा रहे हैं। जिन स्वास्थ्य कर्मियों का पोर्टल पर या सूची में नाम है और उन्होंने टीका नहीं लिया है तो वे शनिवार को जिला के स्वास्थ्य केन्द्रों पर जाकर टीका ले लें। सिविल सर्जन कार्यालय से संपर्क कर भी टीका लेने में मदद ले सकते हैं। निजी अस्पतालों में कुछ अस्पतालों को छोड़ दे तो शहरी और ग्रामीण क्षेत्र के निजी अस्पतालों के अधिक संख्या में कर्मियों ने टीका नहीं लिया है।
पटना जिले में 33 नये संक्रमित मिले
पटना जिला में कोरोना के 33 नये संक्रमित मिले हैं। इस प्रकार पटना जिला में अभी तक कुल 52 हजार 418 लोग संक्रमित हो चुके हैं। इसमें से 51 हजार 515 लोग ठीक हो चुके हैं। वहीं अभी तक 424 लोग को कोरोना से मौत हो चुकी है। अभी पटना में कोरोना के 479 एक्टिव केस हैं।
पटना एम्स में एक भी संक्रमित नहीं मिले
पटना एम्स में पहली बार ऐसा हुआ है कि पिछले 24 घंटे में हुए आरटीपीसीआर जांच में एक भी कोरोना संक्रमित नहीं मिले हैं। जांच में एक हजार 369 लोगों का सैंपल लिया गया था। पटना एम्स में महावीर कैंसर संस्थान समेत छह जिला के लोगों की जांच की जाती हैं। वहीं पटना एम्स में तीन लोग भर्ती हुए हें। एम्स के कोरोना के नोडल पदाधिकारी डॉ. संजीव कुमार ने शुक्रवार को कोरोना का टीका लिया।