रेलवे स्टेशन परिसर में अब बिना मास्क के जाने वाले यात्रियों या रेलकर्मियों को जुर्माना देना पड़ेगा। रेलवे कार्यालय में बिना मास्क जाने पर लोगों को बतौर जुर्माना 500 रुपए देने पड़ेंगे। प्लेटफॉर्म पर भी बगैर मास्क पाए जाने पर पांच सौ रुपए जुर्माना लगेगा। कोरोना के बढ़ते संक्रमण को रोकने के लिए ऐसा किया जा रहा है। यह बातें पूर्व मध्य रेल के महाप्रबंधक ललित चंद्र त्रिवेदी ने वेबिनार के माध्यम से आयोजित संवाददाता सम्मेलन में कही। उन्होंने यात्रियों से कोविड मानकों का शत-प्रतिशत अनुपालन करने की अपील भी की।
कहा कि कोरोना की दूसरी लहर को देखते हुए देश के अन्य शहरों में रह रहे बिहार/झारखंड के लोग अपने घर आ रहे हैं। ऐसे में पिछली बार से सबक लेते हुए हमने राज्य सरकार की मदद से इसके लिए पूरी तैयारी की है। राज्य सरकार से समन्वय स्थापित करके सभी प्रमुख स्टेशनों पर यात्रियों की थर्मल स्क्रीनिंग सहित इस संक्रमण के प्रसार की रोकथाम के लिए सभी हरसंभव उपाए किए जा रहे हैं। पूर्व मध्य रेल के अधिकांश स्टेशनों पर सीसीटीवी पहले से ही स्थापित है, जिसकी मदद से स्टेशनों पर क्राउड मैनेजमेंट में मदद मिल रही है। कहा कि प्रत्येक 200 किमी पर एक स्टेशन ऐसा होगा, जहां जांच से लेकर सभी व्यवस्था होगी। पटना जंक्शन की तर्ज पर दूसरे स्टेशन भी चिह्नित होंगे।
वहीं, महाप्रबंधक ने मुंबई में ट्रेनें उपलब्ध नहीं होने को भ्रामक बताते हुए कहा कि हमारे पास पर्याप्त ट्रेनें हैं और आवश्यकतानुसार इसका परिचालन किया जा रहा है। कहा कि पहले से लगभग 180 स्पेशल ट्रेनों का परिचालन किया जा रहा है। यात्रियों को कोई असुविधा न हो इसके लिए पहले से चलायी जा रही ट्रेनों के अलावा मुंबई से 17 स्पेशल ट्रेनों का परिचालन किया जा रहा है। इसमें से 14 ट्रेनें पूर्व मध्य रेल के अलग-अलग स्टेशनों तक आएंगी, जबकि ट्रेनें पूर्व मध्य रेल के विभिन्न स्टेशनों पर रुकते हुए यहां से गुजरेंगी। इसके अलावा मुंबई से विभिन्न स्टेशनों के लिए और 28 स्पेशल ट्रेनों का परिचालन किया जाएगा। इनमें से अधिकांश स्पेशल ट्रेनें पूर्व मध्य रेल के स्टेशनों तक आएंगी, जबकि कुछ स्पेशल ट्रेनें पूर्व मध्य रेल के स्टेशनों पर रुकते हुए अपने गंतव्य तक जाएंगी। ट्रेनों के प्रस्थान और गंतव्य दोनों स्टेशनों पर समुचित व्यवस्था की गई है।
कोरोना से रेलकर्मियों के बचाव पर महाप्रबंधक ने कहा कि पायलट, गार्ड, टीटीई सहित हमारे जितने भी फ्रंट लाइन कर्मचारी हैं, उनमें से अधिकांश को वैक्सीनेट किया जा चुका है। साथ ही पूर्व मध्य रेल में जितने भी रेलवे अस्पताल हैं, वहां कोरोना की वैक्सीन पर्याप्त संख्या में उपलब्ध है। रेलकर्मियों को वैक्सीन दी जा रही है।