मधेपुरा-पूर्णिया कोर्ट रेलखंड के बीच विद्युतीकरण कार्य का शुभारंभ हो गया है। 78 किमी के इस खंड में विद्युतीकरण का काम इसी साल अक्टूबर तक पूरा होने का लक्ष्य है। यह काम हो जाए तो मानसी से पूर्णिया कोर्ट तक इलेक्ट्रिक इंजन वाली ट्रेनें बेधड़क चलेंगी। सहरसा में इसी माह ऑटोमेटिक कोच वाशिंग प्लांट भी तैयार हो जाएगा।
बिहार के समस्तीपुर स्थित मंडल रेल प्रबंधक अशोक माहेश्वरी ने बुधवार को कोसी के प्रमुख शहरों का दौरा करते हुए ये बातें कहीं। सहरसा, मधेपुरा और सुपौल समेत अन्य छोटे-बड़े स्टेशन के दौरे के क्रम में उन्होंने कहा कि अगले महीने तक प्रतापगंज और निर्मली के बीच रेल कनेक्टिविटी हो जाएगी। मार्च तक सुपौल से फारबिसगंज तक आमान परिवर्तन का काम हो जाएगा। तब रेल परिचालन की संभावना प्रबल हो जाएगी। साथ ही इस रूट पर लंबी दूरी की गाड़ियां मिल सकेंगी। डीआरएम के इस दौरे को 27 फरवरी को पूर्व मध्य रेल के महाप्रबंधक के प्रस्तावित दौरे के क्रम में अहम माना जा रहा है।
बता दें कि सहरसा से सरायगढ़, निर्मली, झंझारपुर होते हुए दरभंगा तक ट्रेन चलाने की महत्वाकांक्षी योजना पर काम हो रहा है। महाप्रबंधक के दौरे तक यह रूट तैयार हो जाने की संभावना है। यही कारण है कि बीच के स्टेशनों पर ट्रैक लिंकिंग का काम तेजी से चल रहा है। यह रूट कोसी व मिथिलांचल के लिए बड़े सौगात की तरह होगा। डीआरएम के साथ सीनियर डीसीएम सरस्वती चंद्र समेत कई वरीय अधिकारी मौजूद थे।