बिहार के 80 हजार स्कूलों में करीब पौने दो करोड़ बच्चे 5 अप्रैल से कैचअप कोर्स पढ़ेंगे. ये बच्चे वे होंगे जो शैक्षिक सत्र 2021-22 में सरकारी विद्यालयों में दूसरी कक्षा से दसवीं कक्षा तक में नामांकित हैं. शिक्षा विभाग ने कोरोना काल में स्कूलबंदी की वजह से बच्चों की हुई पढ़ाई की क्षति की भरपाई के लिए शिक्षा विभाग ने कैचअप कोर्स तैयार कराया है. अप्रैल से आरंभ होने वाले नए सत्र में नई कक्षा में जाने वाले विद्यार्थियों को पिछली कक्षा के पाठ्यक्रम पर आधारित कैचअप कोर्स कराया जाएगा. कोर्स राज्य शैक्षिक शोध एवं प्रशिक्षण परिषद (एससीईआरटी) ने विषय विशेषज्ञ शिक्षकों की मदद से तैयार कराया है. तीन माह (60 कार्यदिवस) के इस कोर्स की पढ़ाई की तैयारी को लेकर शिक्षा विभाग ने बिहार शिक्षा परियोजना परिषद (बीईपी) को जिम्मा सौंपा है.
5 अप्रैल से कैचअप कोर्स प्रारंभ करने के लिए सभी 38 जिलों के 8-8 चुनिंदा शिक्षकों को मास्टर प्रशिक्षक के रूप में तैयार किया जाएगा. इन 304 मास्टर प्रशिक्षकों को एससीईआरटी 15 से 17 मार्च तक प्रशिक्षण देगी. बीईपी के राज्य परियोजना निदेशक संजय सिंह ने सभी जिला शिक्षा पदाधिकारियों को अपने जिले से मास्टर प्रशिक्षक के लिए आठ-आठ शिक्षकों को चिह्नित करने का निर्देश दिया है. इनमें 152 शिक्षक कक्षा एक से पांच के, 76 कक्षा 6 से 8 और 76 शिक्षक कक्षा 9-10 के होंगे. जिन आठ शिक्षकों का चयन जिलों को करना है उनमें 4 प्राथमिक, 2 मध्य विद्यालय और 2 हाईस्कूलों के होंगे. एससीईआरटी द्वारा मास्टर प्रशिक्षकों का एक दिनी उन्मुखीकरण भी कराया जाएगा. इसके लिए अलग से तिथि जारी होगी.
जिला स्तर पर 18 से 20 मार्च के बीच होगा प्रशिक्षण
बीईपी निदेशक ने जिलों को निर्देश दिया है कि अपने जिले में कार्यरत शिक्षकों की संख्या के अनुसार उनका एक दिवसीय उन्मुखीकरण प्रशिक्षण संपन्न कराने के लिए प्रशिक्षकों की संख्या का आकलन कर लें. निर्धारित संख्या में शिक्षकों को चिन्हित करना होगा. राज्य स्तर से प्रशिक्षित मास्टर ट्रेनरों के सहयोग से जिला स्तर पर प्रशिक्षकों की ट्रेनिंग 18 से 20 मार्च के बीच होगा.
3 अप्रैल तक स्कूलों में पहुंच जाएगी पाठ्य सामग्री
कैचअप कोर्स को लेकर जिलास्तर पर कार्यरत सभी शिक्षकों की ट्रेनिंग 23 से 26 मार्च के बीच सम्पन्न होगी. इसमें राज्यस्तर पर तैयार मास्टर प्रशिक्षण और जिला स्तर के प्रशिक्षक जिला, प्रखंड, संकुल स्तर तक ट्रेनिंग देंगे.
कैचपअ कोर्स की पाठ्य सामग्री 3 अप्रैल तक हर हाल में सभी स्कूलों तक पहुंच जाएगी. 31 मार्च तक यह निर्धारित संख्या में सभी प्रखंड मुख्यालयों को पहुंचाया जाएगा. प्रखंड स्तर पर प्रत्येक विद्यालय प्रधान या उनके प्रतिनिधि को 1 से 3 अप्रैल तक कैचअप कोर्स की सामग्री की दो-दो प्रति उपलब्ध करा दिया जाएगा