वर्ष 2016 में करीब पांच करोड़ रुपये के सरकारी अनाज गबन मामले में चार वर्षों से फरार चल रहे रानीगंज एसएफसी के तत्कालीन प्रखंड सहकारिता पदाधिकारी प्रभाष चंद्र सिंह को आर्थिक अपराध इकाई की टीम ने बुधवार को पश्चिम बंगाल के कसघिगी थाना क्षेत्र स्थित टुन्नी थिब्बी गांव से गिरफ्तार किया।
अपराध इकाई की टीम के इंस्पेक्टर गजेंद्र प्रसाद सिंह के नेतृत्व में बंगाल से गिरफ्तार तत्कालीन बीसीओ प्रभाष चंद्र सिंह को गुरुवार को रानीगंज थाना लाया गया। रानीगंज थाना में अपराध इकाई के इंस्पेक्टर गजेन्द्र प्रसाद सिंह ने गिरफ्तार प्रभाष चंद्र से आवश्यक पूछताछ की। इसके बाद कागजी प्रक्रिया पूरी करने के बाद न्यायिक हिरासत में अररिया भेज दिया।
जानकारी देते हुए अपराध इकाई के इंस्पेक्टर गजेंद्र सिंह ने बताया कि साल 2016 में रानीगंज एसएफसी गोदाम में क्षमता से अधिक अनाज रखने के मामले में रानीगंज थाना में केस दर्ज किया गया था। इसमें 12 हजार आठ सौ क्विंटल चावल और 840 क्विंटल गेंहू गोदाम में पाया गया था। इस घोटाले में खास बात यह कि रानीगंज एसएफसी गोदाम मात्र पांच हजार एमटी की क्षमता की है, जबकि इसमें 20 हजार एमटी खाद्यान्न रखा हुआ बताया गया था।
इस मामले में तत्कालीन जिला आपूर्ति पदाधिकारी अशोक कुमार मंडल के बयान पर रानीगंज थाना में सहकारिता पदाधिकारी प्रभाष चंद्र सिंह, तत्कालीन सीएमआर प्रभारी नवीन कुमार, परिवहन अभिकर्ता उमेश यादव व पैक्स अध्यक्ष नाथनेश्वर सिंह पर मामला दर्ज किया गया था। इस मामले में अन्य अभियुक्तों को बेल मिल गयी थी लेकिन सहकारिता पदाधिकारी फरार चल रहे थे।