विजिलेंस टीम द्वितीय ने 8 जनवरी को चौरीचौरा वितरण खण्ड के रानापार और विशुनपुरा गांव में छापेमारी की थी। इस दौरान गांव के लालमन यादव का बड़ा मकान देखकर जांच की। टीम ने लालमन से कनेक्शन व मीटर की रसीद मांगी। लालमन ने कनेक्शन का पेपर दिखाते हुए कहा कि तीन किलोवाट का पुराना कनेक्शन खत्म हो गया है। अब नए कनेक्शन की प्रक्रिया चल रही है। टीम ने ऑनलाइन बिलिंग सिस्टम में कनेक्शन आईडी की जांच कराई तो मामला खुलकर सामने आया।
विजिलेंस टीम के मुताबिक ऑनलाइन बिलिंग सिस्टम से पता चला कि 16 जून 2020 को लालमन के घर पर मीटर लगा। इस कनेक्शन पर 23 अक्तूबर को बिल बनने पर स्टाप लगा। अगले महीने अभियंताओं ने कनेक्शन डिस्मेंटल श्रेणी में डाल दिया। 1.74 लाख का बकाया भी सिस्टम से उड़ा दिया। इसके बाद विजिलेंस प्रभारी ने लालमन के खिलाफ बिजली थाने में बिजली चोरी की धारा-135 के तहत तहरीर देकर मुकदमा दर्ज कराया। तहरीर में बिजली अभियंताओं पर भी आरोप लगाया कि लालमन की कनेक्शन आईडी-751717034947 पर दर्ज 1.74 लाख बकाए का लोप कर अभियंताओं ने कनेक्शन डिस्मेंटल श्रेणी में डाल दिया है। इससे बिजली निगम को आर्थिक चपत लगी है। बिजली थाना प्रभारी ने चौरीचौरा वितरण खण्ड के एक्सईएन से सप्ताहभर में जवाब मांगा है।
विजिलेंस टीम द्वितीय ने चौरीचौरा वितरण खण्ड के अभियंताओं की निगम विरोधी कार्यप्रणाली उजागर की है। उपभोक्ता बिजली चोरी कर रहा था। उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया। टीम ने तहरीर में अभियंताओं पर 1.74 लाख के बकाए को लोप कर सिस्टम में कनेक्शन को डिस्मेंटल करने का आरोप भी लगाया है। एक्सईएन से जवाब मांगा गया है।
संजय सिंह, थाना प्रभारी, बिजली थाना मोहद्दीपुर गोरखपुर
चौरीचौरा वितरण खण्ड के अभियंताओं ने उपभोक्ता के बकाए को सिस्टम से साफ करने के साथ ही ऑनलाइन बिलिंग सिस्टम में कनेक्शन को डिस्टमेंटल किया है। यह प्रकरण हमारे संज्ञान में नही आया। अब मामला संज्ञान में आया है, इस प्रकरण की जांच कराई जाएगी। जिसकी आईडी से कनेक्शन डिस्मेंटल किया गया है उससे इसकी रिकवरी कराई जाएगी।