उत्तर प्रदेश के बागपत जिले में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के खंड संचालक के पुत्र की आत्महत्या के मामले में एक पुलिस निरीक्षक समेत पांच पुलिसकर्मियों को निलंबित करके उनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई के आदेश दिए गए हैं। जिला पुलिस प्रवक्ता ने गरुवार को बताया कि रंछाड़ गांव में आरएसएस के खंड संचालक श्रीनिवास के पुत्र अक्षय की आत्महत्या के मामले में पुलिस अधीक्षक अभिषेक सिंह ने बुधवार रात बिनौली थाने के निरीक्षक चंद्रकांत पांडेय वरिष्ठ उपनिरीक्षक उधम सिंह तालान, हेड कांस्टेबल सलीम, कांस्टेबल अश्वनी और मुरली को निलंबित कर दिया। इन सभी के खिलाफ विभागीय कार्रवाई के आदेश भी दिए गए हैं। यह कार्रवाई मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बागपत दौरे से ऐन पहले हुई है।गौरतलब है कि पिछले सोमवार को रंछाड गांव में टीकाकरण के दौरान अक्षय और पुलिसकर्मियों के बीच हाथापाई हो गई थी। इसके बाद पुलिसकर्मियों ने अक्षय के घर में कथित रूप से तोड़फोड़ करते हुए परिजन को प्रताड़ित किया और थाने में बंद कर दिया। आरोप है कि अक्षय को पकड़ने के लिए पुलिस ने बर्बरता की। अक्षय ने कथित रूप से इससे त्रस्त होकर खेत में फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली थी। इसके बाद सोमवार देर शाम से मंगलवार सुबह तक आक्रोशित ग्रामीणों ने शव नहीं उठने दिया। कई थानों की पुलिस और पीएसी को ग्रामीणों के आक्रोश का सामना करना पड़ा था। इस मामले में बिनौली इंस्पेक्टर चंद्रकांत पांडेय सहित 13 पुलिसकर्मियों को लाइन हाजिर कर दिया गया था।मृतक के पिता श्रीनिवास की तहरीर पर इंस्पेक्टर बिनौली चंद्रकांत पांडेय, वरिष्ठ उपनिरीक्षक उधम सिंह तालान, हेड कांस्टेबल सलीम, कांस्टेबल मुरली, कांस्टेबल अश्विनी व एक अज्ञात के खिलाफ बवाल करने, गाली-गलौज, मारपीट करने तथा आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोप में मुकदमा दर्ज किया गया है।