कार्य के प्रति लापरवाह बिजली विभाग की निय नए रिकार्ड कायम कर रहा है। कागजों में हिट यह विभाग धरातल पर फीसड्डी साबित होने लगा है। नजीर के तौर पर बैरिया क्षेत्र के सोनकीभाट में स्थापित राजकीय नलकूप को देखा जा सकता है। वहां की विद्युत लाइन ठीक करने के लिए पैसा जमा करने के पांच वर्ष बाद भी उक्त नलकूप की विद्युत लाइन अब तक ठीक नहीं हो पाया। इसके चलते काफी दिनों से यह राजकीय नलकूप बंद पड़ा है और सैकड़ों एकड़ खेतों की सिचाई बाधित हो रही है। विभागीय शिथिलता के कारण किसान हताश व परेशान हैं।
152 बीजी राजकीय नलकूप सोनकीभाट की बिजली ठीक करने के लिए दो अप्रैल 2014 को चेक के माध्यम से 68 हजार रूपये बिजली विभाग में जमा किया गया। लेकिन पांच साल बीतने के बाद भी विद्युत लाइन अब तक ठीक नहीं हो पाई। फलस्वरुप इलाके की सैकड़ों एकड़ भमि पानी के अभाव में परती पड़ी हुई है। नलकूप विभाग के अधिशासी अभियंता ने बताया कि पांच साल पहले बिजली विभाग को पैसा दे दिया गया है।
इसके बावजूद बिजली विभाग लाइन नहीं ठीक कर रहा है। वहीं बिजली विभाग के अधिशासी अभियंता ने इस संदर्भ में आजमगढ़ अधीक्षण अभियंता से बात करने की सलाह दे फोन काट दिया। वहीं विभाग की करस्तानी से तंग किसान आंदोलन की मुद्रा बना रहे हैं। किसानों ने जिलाधिकारी से हस्तक्षेप कर तत्काल राजकीय नलकूप की लाइन ठीक कराने की मांग की है।