कोरोना महामारी के कारण पूरी दुनिया में लोगों के बीच जहां जान खो देने का खतरा मंडरा रहा है वहीं देश में चल रहे लॉकडाउन के बीच आबादी बढ़ने के खतरे को स्वास्थ्य महकमा भांपकर इसको रोकने की तैयारी में जुट गया है। चूंकि लॉकडाउन के दौरान सभी लोगों तक स्वास्थ्य सेवाएं पहुंचने में परेशानी हो रही है इसीलिए प्रशासन द्वारा लोगों तक परिवार नियोजन के साधन पहुंचाने का काम शुरू कर दिया है। इसके लिए लिए यूपी के बलिया जिले में प्रशासन ने घरों में कॉन्डम,माला डी के साथ परिवार नियोजन के अन्य उपाय की किट बंटवाने में जुट गया है।
आशा बहुओं द्वारा लोगों को किया जा रहा जागरुक
आशा बहू घर-घर जाकर महिलाओं को बुलाकर परिवार नियोजन किट दे रही हैं। परिवार नियोजन किट बांटने में जुटी ऐसी ही एक आशा बहू रेखा देवी भी घरों में जाकर कॉन्डम, माला डी और कॉपर टी बांट रही हैं। देश को लॉक डाउन के बाद बढ़ती जनसंख्या की लाइलाज मुसीबत न झेलना पड़े,इसलिए यह अभियान चलाया जा रहा है। आशा बहुओं ने बताया कि शहरों तथा गांवों में लोगों को परिवार नियोजन के लिए जागरुक करना ही उनका लक्ष्य है।
जनसंख्या विस्फोट का है खतरा
एसीएमओ डॉ वीरेंद्र प्रसाद का कहना है कि कोरोना वायरस के कारण घरों में कैद पति-पत्नी की फैमिली प्लानिंग एक मनोरंजन का साधन न बन जाय इसको लेकर भी सरकार भी परेशान है। लॉकडाउन में जनसंख्या बढ़ने का खतरा मंडरा रहा है इसको लेकर घरों में परिवार नियोजन की किट बांटने के निर्देश दिया गया है।