मुख्यमंत्री बनने के बाद गुरुवार को जिले में पहली बार आए योगी आदित्यनाथ पूरे तेवर में दिखे। कलक्ट्रेट सभागार में शासन की शीर्ष प्राथमिकता वाले 59 कार्यक्रमों की समीक्षा के दौरान अफसरों की जमकर क्लास ली।
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि अफसरों को सोच बदलनी होगी। ईमानदारी व निष्ठा के साथ काम करना होगा। लापरवाही करने वाले अफसरों पर भाजपा सरकार में कार्रवाई तय है।
लापरवाही पर दो एसडीएम समेत 11 अफसरों को निलंबित कर दिया जबकि सात का तबादला करते हुए विभागीय जांच का आदेश दिया। उन्होंने चेताया कि भष्ट्राचार और लापरवाही पर कार्रवाई तय है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ दोपहर करीब 12.15 बजे कलक्ट्रेट पहुंचे।
वहां 2:25 बजे तक विकास कार्यक्रमों की समीक्षा की। इनके क्रियान्वयन में लापरवाही पर एसडीएम नौतनवा विक्रम सिंह, डिप्टी एसडीएम गिरीश श्रीवास्तव, पीडब्ल्यूडी के अधिशासी अभियंता बीएन ओझा, बेसिक शिक्षा के सहायक वित्त एवं लेखाधिकारी रवि सिंह, जिला कृषि अधिकारी मुजम्मिल, बीडिओ सिसवा संजय श्रीवास्तव को निलंबित कर दिया।
पुरंदरपुर के एसओ चंद्रेश यादव को निलंबित कर दिया। सीएम ने जिला अस्पताल के डॉ. अरशद कमाल व मिठौरा सीएचसी के डॉ. अभिषेक मालवीय को कई दिनों से गायब रहने पर निलंबित कर दिया।
एसपी, बीएसए को चेतावनी
सिद्धार्थनगर में गैंगस्टर की कार्रवाई पूछे जाने पर एसपी ने सीएम को 14 मामले बताए। आईजी से तस्दीक करने पर पांच मामले सामने आए। इस पर सीएम ने एसपी को कार्यप्रणाली में सुधार की चेतावनी दी। इसी तरह गलत आंकड़े बताने पर बीएसए को भी चेतावनी मिली।