बजट सत्र शुरू होने से पहले यूपी विधानसभा के सामने समाजवादी पार्टी ने विधानसभा के सामने ट्रैक्टर प्रदर्शन किया। हाथों में गन्ने लेकर ट्रैक्टर से आए नेताओं को देख सुरक्षाकर्मियों ने विधानभवन के गेट बंद कर लिए तो नेता गेट पर चढ़कर नारेबाजी करने लगे। सपा विधायकों ने सरकार पर विधानभवन का गेट बंद कराकर विपक्ष का सामना करने से बचने की कोशिश का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि सरकार लोकतंत्र का गला घोंट रही है। अपनी मनमानी पर उतारू है।
यूपी विधानसभा में आज से बजट सत्र की शुरुआत हो रही है। 11 बजे राज्यपाल का अभिभाषण होगा। 22 फरवरी को यूपी का बजट पेश किया जाना है। आज सुबह से ही सपा नेताओं के तेवर को देखकर बजट सत्र के काफी हंगामेदार होने के आसार साफ नज़र आ रहे हैं। सपा विधायकों ने आरोप लगाया कि उन्हें देखते ही सुरक्षाकर्मियों ने विधानभवन का गेट बंद कर दिया। विधायकों ने कहा कि दुनिया में कहीं भी किसानों के ऊपर इतने हमले नहीं हुए हैं। लगता ही नहीं है कि देश में लोकतंत्र हैं। अंग्रेजी हुकूमत के समय से भी खराब स्थिति हो गई है। अपने ही देश में किसान बेगाना महसूस कर रहा है। विधायकों ने कहा कि सरकार किसानों से डर गई है।
आज हम किसानों का प्रतीक ट्रैक्टर लेकर यहां आए तो उन्होंने विधानभवन का गेट बंद कर दिया। जिलों में सपा विधायकों के आवास पर पुलिस लगा दी गई है। सरकार विधानसभा से भागना चाहती है। विधायकों ने कहा कि हम लोग विधानभवन जाना चाहते हैं लेकिन भाजपा सरकार गेट में ताला लगा रही है। जैसे किसानों को दिल्ली में रोक दिया। वैसे ही हम किसान के बेटों को यहां रोका जा रहा है।
चौधरी चरण सिंह की प्रतिमा के पास धरने पर बैठे सपा विधायक
आज बजट सत्र शुरू होने से पहले सुबह नौ बजे समाजवादी पार्टी विधानमंडल दल की बैठक होने वाली थी। सुरक्षाकर्मियों ने सपा विधायकों को हाथों में गन्ने लिए ट्रैक्टर पर सवार देखा तो गेट बंद कर दिया। सपा विधायक विरोध प्रदर्शन करते हुए गेट पर चढ़ गए। सुरक्षाकर्मियों से काफी देर तक जूझने और नारेबाजी करने के बाद सपा विधायक चौधरी चरण सिंह की प्रतिमा के पास पहुंचे और धरने पर बैठ गए।
दोनों सदनों को संयुक्त रूप से सम्बोधित करेंगी राज्यपाल
आज बजट सत्र की शुरुआत राज्यपाल के अभिभाषण से होगी। राज्यपाल दोनों सदनों को संयुक्त रूप से सम्बोधित करेंगी। सपा विधायकों के विरोध प्रदर्शन को देखकर बजट सत्र के हंगामेदार रहने की आशंका है। अब सदन के अंदर सपा विधायकों का क्या रुख रहता है यह देखने की बात होगी।
चार साल की उपलब्धियां बताएगी सरकार
सम्भावना है कि इस बार के बजट सत्र में योगी सरकार अपनी चार साल की उपलब्धियों को सामने रखेगी। खासतौर पर कोरोना काल की उपलब्धियों का जिक्र राज्यपाल के अभिभाषण में हो सकता है। अगले साल प्रस्तावित विधानसभा चुनावों के मद्देनज़र उम्मीद है कि सरकार बजट के जरिए जनता को लुभाने की कोई कोशिश नहीं छोड़ेगी। वहीं विपक्ष भी सरकार की कमियों और मुद्दों को उभारने में जी-जान से जुटा है।