फैजाबाद के बीकापुर थाना क्षेत्र के नरायनपुर निवासी मोहम्मद सलीम करीब 20 वर्षों से सर्कस दिखाकर अपने परिवार का पेट पालते हैं। तभी से प्रत्येक वर्ष वह पूरे परिवार के साथ मेले में आते रहे। इस बार दो दिन पहले उनका परिवार मेले में आ गया। सोमवार को करतब दिखाने के बाद परिसर में स्थित पंडाल में सभी सो गए। आधी रात को कड़ाके की ठंड लगने से उसकी तीन वर्षीय बेटी करिश्मा का शरीर मानो अकड़ गया। पिता सलीम ने बताया कि उसके चार लड़के शेरखान, फतेह, शाहरूख और अमीर तथा दो लड़कियां रेशमा, करिश्मा सर्कस में करतब दिखाने का काम करते हैं। उसका कहना है कि हम लोगों के पास रुपये खत्म हो गए थे। दो नोट हजार व पांच सौ की नोट बची थी लेकिन चली नहीं जिससे बच्चों के कपड़े वगैरह नहीं खरीद पाया था। सोचा था कि मेले के आमदनी से बच्चों के लिए गरम कपड़े खरीद लेगा। मौत की सूचना पर मंगलवार शाम को नायब तहसीलदार बीएस दुबे और एसओ छावनी अनिल सिंह पहुंचे। पीड़ित पिता सलीम के साथ ही अन्य लोगों के भी बयान दर्ज किया।
सदर विकास खंड के ग्रामपंचायत श्रीपाल पुर दलित पूरवे के कटहापुर निवासी 65 वर्षीय जयश्री की सोमवार आधी रात को मौत हो गई। मृतक के लड़के राम जीत, सर्वजीत, रामअशीष ने बताया कि रात को उनके पिता खाना खाकर बिस्तर पर सो गए। आधी रात को अचानक उनके सीने में तेज दर्द होने लगा और उल्टी होने लगी। वह लोग उन्हें अस्पताल ले जाने की तैयारी कर ही रहे थे कि दम तोड़ दिया। परिजनों का कहना है कि उन्हें ठंड लग गई थी जिसके कारण मौत हुई। पत्नी सूर्यमती के अलावा बच्चे व अन्य परिजन दहाड़ें मारकर रोने लगे। जयश्री का परिवार छप्पर के मकान में रहता है। परिजनों ने बताया कि अंत्योदय कार्ड बना है लेकिन आवास अभी तक नहीं मिला। उसके पास मात्र तीन विस्वा खेत है। इसलिए मजदूरी करके किसी तरह गुजर बसर हो रहा है। शव का अंतिम संस्कार बक्सई घाट पर कर दिया गया।