जैसलमेर। किसी बॉलीवुड फिल्म की तरह मंगलवार रात को बाड़मेर जिले के सिंधारी थाना क्षेत्र के अंतर्गत भाटा गांव में शादी के मंडप से एक दूल्हे और उसके भाई का अपहरण कर लिया जाता है। इस अपहरण का खेल उस शख्स ने किया जो कि दुल्हन का पूर्व प्रेमी था। इतना ही नहीं दूल्हे और उसके भाई का अपहरण करने से पहले उसे बारातियों की पिटाई भी की।
जैसे ही पुलिस ने उन पर दबाव बनाया, उन्होंने आखिरकार बुधवार को जसौल क्षेत्र में दूल्हे और उसके भाई को छोड़ दिया और वे भाग गए। पुलिस अब मुख्य आरोपी जालम सिंह और उसके साथियों की तलाश कर रही है।
सिंधारी एसएचओ जेठाराम के अनुसार, नगर गांव का रहने वाला दूल्हा नरपत सिंह शादी के मेहमानों के साथ मंगलवार देर रात दुल्हन के गांव भाटा पहुंचा था।
शादी की रस्मों के बीच में विवाह स्थल पर अपहरणकर्ताओं ने दूल्हे नरपत और उसके भाई गणपत सिंह का अपहरण करने से पहले मेहमानों की पिटाई की और फरार हो गए।
कुछ मेहमानों को चोटें लगी हैं और उनका इलाज सिंधारी अस्पताल में चल रहा है। गुड़ामालानी के डिप्टी प्यारेलाल मीणा, बालोतरा के डिप्टी चुग सिंह, सिंधारी एसएचओ जेठाराम और बालोतरा के एसएचओ निरंजन प्रताप सिंह भी मौके पर पहुंचे। पुलिस की टीमें गठित की गईं और तलाश शुरू की गई।
बुधवार सुबह दूल्हे के पिता ने रिपोर्ट दर्ज करवाई। शुरूआती जांच में, यह पता चला कि दुल्हन की पहले सगाई जालम सिंह से हुई थी जो कि जसौल का रहने वाला है। लेकिन उनकी सगाई टूट गई और लड़की की नरपत सिंह से रिश्ता किया गया। शादी की तैयारियां शुरू हो चुकी थी और शादी में किसी तरह की कोई दिक्कत न हो इसके लिए मुहूर्त तक नहीं देखे गए। लेकिन जालम सिंह को शादी का दिन और जगह पता चल गया और उसने हमले की योजना बना ली। एसएचओ जेठाराम के मुताबिक पुलिस ने नरपत सिंह व उसके भाई को पकड़ने करे लिए सर्च ऑपरेशन शुरू किया और जसौल में उसके घर पर छापेमारी की। पुलिस के दबाव को देखते हुए आरोपियों ने दूल्हा और उसके भाई को छोड़ दिया और भाग गए।
पुलिस अब जालम सिंह की तलाश कर रही है।
पुलिस ने दोषियों के खिलाफ आईपीसी की धारा 323, 341, 365, 364A और 382 के तहत मामला दर्ज किया है।