माघ मेले का चौथा प्रमुख स्नान पर्व बसंत पंचमी मंगलवार को है। इस स्नान पर्व पर लाखों श्रद्धालु संगम में पुण्य की डुबकी लगाएंगे। स्नान पर्व के एक दिन पहले मेला प्रशासन ने सभी तैयारियों को मुकम्मल किया। घाटों की व्यवस्था को एक बार फिर दुरुस्त किया गया।
प्रशासन का अनुमान है कि प्रमुख स्नान पर्व पर 15 लाख के आसपास लोग स्नान करेंगे। इसके लिए आठ घाटों पर स्नान का प्रबंध किया गया है। मेलाधिकारी विवेक चतुर्वेदी व मेला प्रबंधक विवेक शुक्ला ने पूरे दिन अफसरों के साथ मेला क्षेत्र का भ्रमण किया। घाटों की साफ सफाई के साथ ही सभी जगह पुआल लगाने के निर्देश दिए गए। अफसरों ने मेला क्षेत्र में स्वच्छता पर विशेष ध्यान देने के लिए कहा है। इसके लिए सफाई कर्मियों की तीन शिफ्ट में ड्यूटी लगाई गई है।
घाटों पर विशेष निगरानी रखने के लिए पुलिसकर्मियों की ड्यूटी लगाई गई है। मेले में पिछले तीन स्नान पर्वों की भांति ही प्रवेश व निकास का बंदोबस्त किया जाएगा। जिससे भीड़ सामने न आ सके। मेले में लोगों को परेशानी न हो इसलिए काली व लाल सड़क पर तीन पार्किंग बनाई गई है। जहां से उतरकर लगभग ढाई किलोमीटर तक लोगों को पैदल जाना होगा। पिछले स्नान पर्व को देखते हुए पांटून पुल संख्या तीन के पास भी पर्याप्त बंदोबस्त कर दिए गए हैं। यहां पर घाट के आसपास सफाई कराकर डीप वॉटर बैरिकेडिंग का दायरा बढ़ाया गया है। पिछले स्नान पर्व पर इस घाट पर बहुत अधिक भीड़ रही थी।
बसंत स्नान का शुभ मूहुर्त
रेवती नक्षत्र 16 फरवरी को सूर्योदय से रात में 8:07 बजे तक व्याप्त होगा। शुभ योग सूर्योदय से रात तक है। इसलिए पूरा दिन स्नानदान किया जा सकता है।
माघ मेला एक नजर
कुल श्रद्धालुओं के आने का अनुमान: 15 लाख
कुल तैयार किए गए स्नान घाट: 08
अगला प्रमुख स्नान माघी पूर्णिमा: 28 फरवरी
सोमवार को गंगा का जलस्तर: 76.73 मीटर